बरेली हिंसा: मौलाना तौकीर रजा गिरफ्तार, 39 आरोपी जेल में, योगी सरकार की सख्त कार्रवाई

बरेली, 27 सितम्बर। उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख और स्थानीय धर्मगुरु मौलाना तौकीर रजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में 14 दिन की जेल भेजा गया है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 10 एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें नौ नामजद आरोपी हैं। कुल मिलाकर 39 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और कई की तलाश जारी है।

हिंसा की पांच दिन पहले से तैयारी

पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि हिंसा की पूरी प्लानिंग करीब पांच दिन पहले से ही की जा रही थी। मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और सोशल मीडिया की गतिविधियों से यह जानकारी सामने आई है। पुलिस ने कहा कि उपद्रवियों और साजिशकर्ताओं की पहचान की जा रही है और सभी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत सख्त कार्रवाई होगी।

कैसे भड़की हिंसा

शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कोतवाली क्षेत्र स्थित मौलाना तौकीर रजा के आवास और एक मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में इकट्ठा हुए थे। हालांकि स्थानीय प्रशासन ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। आखिरी समय में प्रदर्शन रद्द कर दिए जाने से भीड़ भड़क गई और पुलिस से झड़प हो गई। इसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गए।

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मुख्यमंत्री योगी की सख्त चेतावनी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को उपद्रवियों की पहचान करने और तत्काल सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “तौकीर रजा शायद भूल गया है कि उत्तर प्रदेश में किसकी सरकार है। ऐसी सजा दी जाएगी कि उसकी आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी। हिंसा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
योगी ने यह भी कहा कि “दशहरा बुराई और आतंक के दहन का पर्व है। उपद्रवियों पर ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि वे दोबारा ऐसी गलती के बारे में सोच भी न सकें।”

लखनऊ में गरमाई सियासत – लगे ‘आई लव योगी आदित्यनाथ’ के पोस्टर

बरेली की हिंसा के बाद शुरू हुए ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया है। लखनऊ में भाजपा युवा मोर्चा के नेता अमित त्रिपाठी ने बड़े-बड़े होर्डिंग लगवाए, जिनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ ‘आई लव योगी आदित्यनाथ’ और ‘आई लव बुलडोजर’ लिखा हुआ है। ये पोस्टर देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गए और बहस का नया दौर शुरू हो गया।

पुलिस की कार्रवाई और आगे की रणनीति

बरेली पुलिस ने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में जगह-जगह सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। उपद्रवियों के चेहरों की पहचान कर उन्हें चिन्हित किया जा रहा है। इसके अलावा जिन मोबाइल नंबरों से लगातार संपर्क हुआ है, उनकी सीडीआर खंगाली जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।