October 25, 2025 2:46 PM

बांग्लादेश में चुनावी हलचल: निर्वासित बीएनपी नेता तारिक रहमान की जल्द वतन वापसी की अटकलें, शेख हसीना की पार्टी का रजिस्ट्रेशन रद्द

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  • अंतरिम सरकार के गठन के बाद सियासी माहौल गर्माया; बीएनपी की चुनावी तैयारियां तेज, तारिक रहमान बन सकते हैं अगले प्रधानमंत्री उम्मीदवार

ढाका। बांग्लादेश की राजनीति एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। देश के निर्वासित और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के शीर्ष नेता तारिक रहमान के जल्द स्वदेश लौटने की खबरों ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।
बीएनपी की स्टैंडिंग कमेटी के वरिष्ठ सदस्य डॉ. खांडेकर मोशर्रफ हुसैन ने दावा किया है कि तारिक रहमान बहुत जल्द बांग्लादेश लौटेंगे और आगामी आम चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।


चुनावी तारीखों के ऐलान से पहले लौट सकते हैं तारिक रहमान

ढाका में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. हुसैन ने कहा “हां, हमने सुना है कि वे (तारिक रहमान) जल्द लौटेंगे और ये उन्होंने खुद कहा है। चुनाव की तैयारियां चल रही हैं, और हम चुनाव आयोग से शेड्यूल की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे वापस आएं और बीएनपी का नेतृत्व करें।” हालांकि जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वे चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद लौटेंगे या उससे पहले, तो उन्होंने कहा कि “वे जल्द ही लौट सकते हैं, लेकिन मैं सटीक समय नहीं बता सकता।” इस बयान ने बांग्लादेश के राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा को जन्म दे दिया है।


शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग का रजिस्ट्रेशन रद्द

सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गठन के बाद चुनाव आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग पार्टी का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि अवामी लीग आगामी आम चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस निर्णय से राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल जाएंगे और बीएनपी के लिए सत्ता का रास्ता खुल सकता है।


निर्वासन के बाद तारिक रहमान की राजनीति में वापसी

तारिक रहमान, बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जिया-उर-रहमान और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे हैं। वे लंबे समय से लंदन में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं। शेख हसीना की सरकार के दौरान उन पर भ्रष्टाचार, धनशोधन और राजनीतिक हिंसा से जुड़े कई मामले दर्ज हुए थे। लेकिन जैसे ही हसीना सरकार सत्ता से बाहर हुई, वैसे ही उनके खिलाफ चल रहे मामलों में राहत मिलने लगी। बीएनपी नेताओं के मुताबिक, अब जब राजनीतिक माहौल उनके पक्ष में है और जनता परिवर्तन की मांग कर रही है, तो तारिक रहमान की वतन वापसी तय मानी जा रही है।


बीएनपी के लिए अनुकूल राजनीतिक माहौल

मौजूदा समय में बीएनपी बांग्लादेश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है।
विश्लेषकों का मानना है कि यदि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से कराए गए, तो बीएनपी की जीत की संभावना सबसे अधिक है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि तारिक रहमान की वापसी से बीएनपी कार्यकर्ताओं में नया उत्साह और राजनीतिक ऊर्जा आएगी।


संभावित प्रधानमंत्री उम्मीदवार

बीएनपी सूत्रों के अनुसार, पार्टी की रणनीति साफ है — यदि तारिक रहमान चुनाव लड़ने के योग्य हुए, तो उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा। पार्टी चाहती है कि वे देश लौटकर जनता के बीच सीधे संवाद स्थापित करें और नई लोकतांत्रिक दिशा का नेतृत्व करें।


अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें बांग्लादेश पर

बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और यूरोपीय संघ की कड़ी निगाहें हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय यह देखना चाहता है कि देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कितनी पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ाया जाता है।
तारिक रहमान की वापसी इस प्रक्रिया को नई दिशा और वैधता दे सकती है।


राजनीतिक तनाव और जन अपेक्षाएं

देश में फिलहाल राजनीतिक अनिश्चितता का माहौल है। जनता में यह उम्मीद बढ़ रही है कि आने वाले चुनावों से एक स्थिर और पारदर्शी सरकार बनेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बीएनपी सत्ता में आती है, तो बांग्लादेश में आर्थिक और विदेशी नीति दोनों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।


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