बांदीपोरा। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। सेना का एक वाहन एसके पायीन इलाके में खाई में गिर गया, जिससे चार जवान शहीद हो गए और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।
कैसे हुआ हादसा?
अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा बांदीपोरा के सदरकूट पायीन इलाके में हुआ। सेना का वाहन दुर्गम पहाड़ी इलाके में नियमित गश्त के दौरान सड़क से फिसलकर खाई में जा गिरा। इस क्षेत्र में सर्दियों के मौसम में बर्फबारी और बारिश के कारण सड़कें बेहद फिसलन भरी हो जाती हैं, जिससे हादसे की संभावना बढ़ जाती है।
घटना के तुरंत बाद राहत अभियान
दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस और सेना के अन्य जवान राहत और बचाव कार्य में जुट गए। पास के एमएस बांदीपोरा अस्पताल के डॉ. मसरत ने जानकारी दी कि हादसे के तुरंत बाद छह घायल जवानों को अस्पताल लाया गया। इनमें से दो को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए श्रीनगर रेफर कर दिया गया।
शहीद हुए जवानों की संख्या बढ़ी
रास्ते में एक और जवान ने दम तोड़ दिया। इसके बाद, एक और सैनिक की श्रीनगर ले जाते समय मौत हो गई। इस तरह इस हादसे में शहीद हुए जवानों की संख्या चार हो गई। दो अन्य जवान अभी भी गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज श्रीनगर के एक अस्पताल में चल रहा है।
स्थानीय प्रशासन और सेना का बयान
सेना और स्थानीय प्रशासन ने इस दुर्घटना को दुखद बताते हुए कहा कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सड़क की खराब स्थिति और फिसलन इस दुर्घटना के मुख्य कारण हो सकते हैं। सेना ने बताया कि जवान नियमित गश्त के दौरान थे, जब यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।
स्थानीय निवासियों की मदद
घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने भी राहत और बचाव कार्य में मदद की। इलाके के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकालने में सेना और पुलिस की सहायता की।
इलाके में शोक की लहर
इस हादसे के बाद पूरे बांदीपोरा जिले में शोक का माहौल है। स्थानीय लोग शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि शहीद हुए जवानों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
बांदीपोरा में सेना के वाहन का खाई में गिरना एक दुखद घटना है, जिसमें चार जवानों का बलिदान हुआ। इस हादसे ने एक बार फिर दुर्गम क्षेत्रों में गश्त और सैन्य अभियानों के दौरान आने वाली चुनौतियों को उजागर किया है। सेना और प्रशासन इस घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
हमारे वीर जवानों को नमन।