उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 65 फीट ऊंचा मंच गिरने से सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 80 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा भगवान आदिनाथ के निर्वाण लड्डू पर्व के कार्यक्रम के दौरान हुआ। हादसे के बाद मची अफरा-तफरी में कई घायलों को ई-रिक्शा और ठेले की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया।
घटना का विवरण
यह हादसा बागपत के बड़ौत शहर कोतवाली इलाके के गांधी रोड स्थित श्री दिगंबर जैन डिग्री कॉलेज के मैदान में हुआ। यहां धार्मिक कार्यक्रम के लिए लकड़ी का एक 65 फीट ऊंचा मंच बनाया गया था। मंच पर श्रद्धालुओं की अधिक संख्या होने के कारण इसकी सीढ़ियां अचानक टूट गईं। इससे मंच गिर गया और कई लोग मलबे के नीचे दब गए। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा। बड़ौत कोतवाली के इंस्पेक्टर, एसपी और एडिशनल एसपी ने घटनास्थल का जायजा लिया।
हादसे के कारण और विवरण
मंच पर श्रद्धालुओं की संख्या अधिक थी, जिससे उसकी संरचना कमजोर पड़ गई। बताया गया कि मंच और अस्थायी सीढ़ियों को टिकाने के लिए जिस क्षेत्र में यह बनाया गया था, वहां मिट्टी में नमी थी। इसके कारण लकड़ी और रस्सियों का बैलेंस बिगड़ गया और मंच ढह गया। भगदड़ में 15 पुलिसकर्मी और 75 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका है, क्योंकि कई घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
मृतकों की पहचान
हादसे में जिन सात लोगों की मौत हुई है, उनकी पहचान इस प्रकार की गई है:
- तरसपाल (66), पुत्र हुकमचंद, गांधी रोड इमली वाली गली।
- अमित (35), पुत्र नरेश चंद।
- अरुण (48), पुत्र केशव राम।
- ऊषा (24), पत्नी सुरेंद्र।
- शिल्पी (24), पुत्री सुनील जैन।
- विनीत जैन (40), पुत्र सुरेंद्र।
- कमलेश जैन (65), पत्नी सुरेश चंद।
घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
25 वर्षों से हो रहा था आयोजन
यह धार्मिक आयोजन पिछले 25 वर्षों से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता था। इस बार आयोजन स्थल पर पहले से मिट्टी का भराव था और नमी के कारण क्षेत्र कमजोर हो गया था। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मंच की संरचना पर दबाव बढ़ गया, जिससे यह हादसा हुआ। कार्यक्रम में भगवान आदिनाथ के निर्वाण लड्डू पर्व के तहत मानस्तम्भ पर विराजमान प्रतिमा का अभिषेक होना था।
घटनास्थल पर हंगामा
हादसे के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। मृतकों के पोस्टमार्टम कराने को लेकर कुछ श्रद्धालुओं ने हंगामा किया। मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने स्थिति को संभालने की कोशिश की।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रशासन ने घायलों के उपचार के लिए उचित प्रबंध किए हैं। दुर्घटना के बाद घायलों को ई-रिक्शा और ठेले की मदद से नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया, क्योंकि शुरुआती समय में एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई। एसपी ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा एक बड़ी त्रासदी के रूप में सामने आया है, जिसमें कई लोगों की जान गई और कई घायल हुए। प्रशासन को भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए अधिक सख्त सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। फिलहाल, घायलों के इलाज और मृतकों के परिवारों को सांत्वना देने का काम जारी है।