भारी बर्फबारी के बीच फंसे थे वाहन
हिमाचल प्रदेश: शिमला और मनाली में भारी बर्फबारी से पर्यटकों को संकट। मनाली के अटल टनल रोहतांग के समीप भारी बर्फबारी के कारण सैंकड़ों पर्यटक वाहन फंस गए थे। प्रशासन और पुलिस की टीम ने कड़ी मेहनत कर रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
मनाली से लाहौल-स्पीति जिले के केलांग जाने वाली सड़क बर्फबारी के कारण पूरी तरह से बंद हो गई थी। सोमवार दोपहर बाद शुरू हुई बर्फबारी ने स्थितियों को लगातार खराब किया। सोलंगनाला से धुंधी के बीच बर्फबारी के कारण वाहनों की गति धीमी हो गई और कई पर्यटक वाहन अटल टनल रोहतांग के पास पूरी तरह से फंस गए।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा
जैसे ही प्रशासन को सूचना मिली, मनाली प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। इस ऑपरेशन में मनाली के डीएसपी, एसडीएम, पुलिस के जवान और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि बर्फबारी और अत्यधिक ठंड के बावजूद टीम ने पूरी रात काम किया। उनकी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना था कि सभी पर्यटकों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया जाए।
रेस्क्यू ऑपरेशन की चुनौतियां
भारी बर्फबारी और तेज हवाओं के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना बेहद चुनौतीपूर्ण था। बर्फ के कारण रास्ते फिसलन भरे हो गए थे और दृश्यता भी काफी कम थी। टीम ने प्राथमिकता के आधार पर पहले उन वाहनों को सुरक्षित निकाला जिनमें बच्चे और बुजुर्ग मौजूद थे।
सभी पर्यटक सुरक्षित
अंततः सभी पर्यटकों को अटल टनल के समीप से निकालकर सोलंगनाला तक भेज दिया गया। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि पर्यटकों को गर्माहट और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। पर्यटकों ने प्रशासन और पुलिस की इस त्वरित और साहसी कार्रवाई की सराहना की।
सोलंगनाला तक ही अनुमति
प्रशासन ने जानकारी दी कि फिलहाल सोलंगनाला तक ही वाहनों की आवाजाही की अनुमति दी जा रही है। सोलंगनाला यात्रा मार्ग पर अधिक सावधानी बरतने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। इसके आगे जाने की अनुमति नहीं है क्योंकि सड़कों की स्थिति अभी भी खराब है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे मौसम के हिसाब से अपनी यात्रा की योजना बनाएं। उन्होंने सुझाव दिया कि केवल आवश्यक यात्रा ही करें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें。
भविष्य की तैयारी
हिमाचल प्रदेश प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए भविष्य में और बेहतर तैयारियां की जाएंगी। इसके लिए अतिरिक्त संसाधन और उपकरण उपलब्ध कराने की योजना बनाई जा रही है ताकि पर्यटकों और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।