• अतिक्रमण हटाओ अभियान के बीच उपजा तनाव; इलाके में भारी पुलिस बल तैनात

गोलपाड़ा (असम)। असम के गोलपाड़ा जिले के पैकान इलाके में गुरुवार को उस समय हिंसा भड़क उठी, जब पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। टीम जंगल क्षेत्र में गश्त कर रही थी, तभी कुछ लोगों ने अचानक पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।

इलाके में भारी तनाव, अतिरिक्त बल तैनात

असम पुलिस के IGP (लॉ एंड ऑर्डर) अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि घटना के बाद से इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। भीड़ को काबू में करने और स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान की जा रही है और जल्द कार्रवाई की जाएगी।

अतिक्रमण हटाओ अभियान से जुड़ा मामला?

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह हमला हाल ही में शुरू किए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान से जुड़ा हो सकता है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को जानकारी दी थी कि राज्यभर में अब तक 1 लाख 19 हजार 548 बीघा जमीन से अवैध कब्जा हटाया जा चुका है, जिनमें से 84 हजार 743 बीघा जंगल और राष्ट्रीय उद्यान की जमीन है।

सरकार का सख्त रुख

मुख्यमंत्री सरमा ने दो टूक कहा है कि सरकार इस अभियान में कोई ढील नहीं देगी। उन्होंने बताया कि यह अभियान उन इलाकों में चलाया जा रहा है, जहां लंबे समय से अवैध कब्जा था।

TMC पर गंभीर आरोप

सीएम हिमंता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर निशाना साधते हुए कहा कि TMC इस मुद्दे को बंगालियों के खिलाफ बताकर लोगों को भटका रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल अवैध मुस्लिम घुसपैठियों को बचाने की एक साजिश है। उन्होंने कहा, "हमारी लड़ाई बंगालियों से नहीं, अवैध घुसपैठियों से है, जो राज्य की सुरक्षा और पर्यावरण के लिए खतरा हैं।"