IED ब्लास्ट में बलिदान देने वाले अफसर के सम्मान में उमड़ा जनसैलाब, मुख्यमंत्री से लेकर आमजन तक भावुक विदाई
रायपुर/सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों की बिछाई IED पर कदम पड़ने से शहीद हुए एएसपी आकाश राव गिरपुंजे को सोमवार को रायपुर स्थित माना पुलिस बटालियन में गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई। माहौल उस समय पूरी तरह गम में डूब गया जब उनकी पत्नी, मां और छोटे बेटे ने उन्हें रोते हुए सैल्यूट किया। वहीं पिता अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके और बिलखते हुए अंतिम दर्शन करते रहे।
शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, रायपुर कलेक्टर और राज्य शासन के तमाम वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। पुलिस और प्रशासनिक अमले के साथ बड़ी संख्या में आम नागरिक भी शहीद के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
“शहीद गिरपुंजे की देशभक्ति और साहस अमर रहेगा” – मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा,
“एएसपी आकाश गिरपुंजे ने अपने कर्तव्य के प्रति असाधारण साहस और निष्ठा दिखाते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। राज्य सरकार इस दुःख की घड़ी में उनके परिवार के साथ पूरी संवेदनशीलता और मजबूती के साथ खड़ी है। उनकी देशभक्ति और वीरता को सदैव स्मरण किया जाएगा।”
क्रशर प्लांट में फंसाया गया ट्रैप, दो IED बिछा चुके थे नक्सली
ये हादसा उस वक्त हुआ जब पुलिस जवान कोंटा इलाके में एक क्रशर प्लांट में लगी आग के बाद मौके का निरीक्षण कर रहे थे। नक्सलियों ने एक पोकलेन मशीन में आग लगाकर पुलिस को चेतावनी देने के बहाने ट्रैप में फंसा लिया था। उसी के आसपास दो प्रेशर IED लगाए गए थे। एएसपी आकाश गिरपुंजे जैसे ही आगे बढ़े, उनका पैर IED पर पड़ गया और जोरदार धमाका हुआ। इस विस्फोट में भानुप्रतापपुर के एसडीओपी भानुप्रताप चंद्राकर और कोंटा थाना प्रभारी सोनल ग्वाला भी घायल हुए हैं। दोनों का रायपुर में इलाज जारी है।
एक और IED बम मिला, बम निरोधक दस्ते ने किया निष्क्रिय
घटनास्थल की गहन सर्चिंग के दौरान बम डिस्पोजल स्क्वाड (BDS) को इलाके से 2.5 किलो का एक और प्रेशर IED बरामद हुआ। BDS टीम ने इसे मौके पर ही सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया, जिससे एक और संभावित हादसे को टाल दिया गया।
शहीद की अंतिम यात्रा में उमड़ा शहर
मानवता, देशभक्ति और शौर्य की मिसाल बन चुके एएसपी आकाश गिरपुंजे की अंतिम यात्रा में आम लोग भी शामिल हुए। महादेव मुक्तिधाम में जब पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया, तब सड़क किनारे खड़े लोग नम आंखों से सलामी दे रहे थे। पुलिस के जवानों ने पूरी गरिमा के साथ शहीद को अंतिम सलामी दी।
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