August 30, 2025 10:10 PM

एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप: एलावेनिल वलारिवन का गोल्ड, जूनियर टीम ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ जीता स्वर्ण

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एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप: एलावेनिल वलारिवन का गोल्ड, जूनियर टीम ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ जीता स्वर्ण

भारत की निशानेबाजों ने कजाकिस्तान के शिमकेंट शूटिंग प्लाजा में चल रही 16वीं एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप के पांचवें दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया। दो बार की ओलिंपियन एलावेनिल वलारिवन ने महिला 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया, वहीं जूनियर महिला टीम ने भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड अपने नाम किया। यह दिन भारतीय शूटिंग के लिहाज से बेहद खास रहा क्योंकि विभिन्न श्रेणियों में खिलाड़ियों ने न केवल पदक जीते बल्कि कई नए मानक भी स्थापित किए।

एलावेनिल वलारिवन का स्वर्णिम प्रदर्शन

चेन्नई की रहने वाली एलावेनिल ने फाइनल मुकाबले में जबरदस्त लय और आत्मविश्वास दिखाया। 24 शॉट्स के इस रोमांचक फाइनल में उन्होंने 253.6 का स्कोर बनाकर नया एशियाई फाइनल रिकॉर्ड कायम किया। यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने चीन की 16 वर्षीय युवा निशानेबाज पेंग शिनलू जैसी प्रतिभाशाली खिलाड़ी को कड़ी टक्कर देकर मात दी। पेंग महज 0.6 अंक से पीछे रह गई और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। कोरिया की क्वोन यूनजी ने कांस्य पदक हासिल किया।

यह एलावेनिल का इस इवेंट में दूसरा व्यक्तिगत स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2019 में चीन के ताइयुआन में आयोजित एशियाई चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था। उनकी सफलता इस बात का सबूत है कि वे एशिया में महिला एयर राइफल स्पर्धा की सबसे विश्वसनीय और स्थिर खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं।

लगातार बढ़त बनाए रखी

फाइनल की शुरुआत में एलावेनिल चौथे स्थान पर थीं। पहली दो सीरीज के बाद भी वे शीर्ष पर नहीं आ सकी थीं, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, उन्होंने लय पकड़ ली। इसके बाद के 14 शॉट्स में उन्होंने 10.5 से कम अंक नहीं बनाए। उनका 13वां शॉट 10.9 अंक का रहा, जिसे परफेक्ट शॉट कहा जाता है। इस दौरान चीन और कोरिया की निशानेबाजों ने उन्हें चुनौती देने की पूरी कोशिश की, मगर एलावेनिल ने संयम और सटीकता से अपनी बढ़त बनाए रखी।

कोरिया की क्वोन का 22वां शॉट 9.9 रहा, जिसने उनके गोल्ड जीतने की उम्मीद खत्म कर दी। अंत में चीनी खिलाड़ी पेंग ने आखिरी शॉट 10.8 के साथ लगाया, लेकिन एलावेनिल ने 10.6 और 10.7 के लगातार शॉट्स से अपनी जीत सुनिश्चित कर दी।

फाइनल तक का सफर

क्वालिफिकेशन राउंड में भी एलावेनिल ने शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने 630.7 अंक बनाकर सातवां स्थान हासिल किया। उनके साथ भारतीय निशानेबाज मेहुली घोष ने भी 630.3 अंक बनाकर आठवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया। हालांकि, फाइनल में मेहुली घोष चौथे स्थान पर रहीं और पदक से चूक गईं। उन्होंने 208.9 अंक बनाए। क्वालिफिकेशन में अनन्या नायडू ने भी बढ़िया खेल दिखाया। अनन्या, एलावेनिल और मेहुली की तिकड़ी ने मिलकर 1891 अंक जुटाए और टीम ब्रॉन्ज अपने नाम किया। इस श्रेणी में चीन ने स्वर्ण और कोरिया ने रजत पदक हासिल किया।

जूनियर महिलाओं का वर्ल्ड रिकॉर्ड

महिला जूनियर 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत की शम्भवी क्षीरसागर, हृदया श्री कोंडुर और ईशा अनिल टक्साले की युवा तिकड़ी ने कमाल कर दिखाया। इन खिलाड़ियों ने 1896.2 अंकों का स्कोर बनाकर गोल्ड मेडल जीता और विश्व व एशियाई रिकॉर्ड कायम किया। यह स्कोर चीन की टीम से 11.3 अंक बेहतर था, जो इस जीत की ऐतिहासिकता को और भी बढ़ा देता है।

हालांकि, व्यक्तिगत फाइनल में भारतीय जूनियर खिलाड़ी पदक नहीं जीत सकीं। शम्भवी पांचवें, ईशा छठे और हृदया सातवें स्थान पर रहीं। लेकिन टीम स्तर पर उनका प्रदर्शन भारत की भविष्य की शूटिंग ताकत को दर्शाता है।

स्कीट मिक्स्ड टीम में भी सफलता

सिर्फ राइफल ही नहीं, स्कीट मिक्स्ड टीम इवेंट में भी भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। अभय सिंह सेखों और गणेमत सेखों की जोड़ी ने 138 अंक बनाकर कांस्य पदक जीता। उनका मुकाबला कुवैत के अनुभवी शूटर अब्दुल्ला अलराशिदी और अफराह अलमोहम्मद की जोड़ी से था। इस मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने शानदार लय में खेलते हुए 39-37 से जीत दर्ज की।

भारत का मेडल टैली में दबदबा

16वीं एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में भारत अब तक 17 स्वर्ण, 8 रजत और 7 कांस्य सहित कुल 32 पदक जीतकर शीर्ष पर बना हुआ है। चीन 7 स्वर्ण और कुल 13 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर है। यह प्रदर्शन भारतीय शूटिंग के सुनहरे भविष्य की ओर इशारा करता है।

एलावेनिल वलारिवन की यह जीत भारतीय शूटिंग इतिहास का सुनहरा अध्याय है। उनके अनुभव, सटीकता और धैर्य ने युवा खिलाड़ियों के लिए नई प्रेरणा दी है। साथ ही, जूनियर खिलाड़ियों द्वारा बनाए गए वर्ल्ड रिकॉर्ड से यह साबित हो गया है कि आने वाले वर्षों में भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर और भी मजबूती से उभरेगा।


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