टेक्नोलॉजी की दुनिया में बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है। Apple ने एक बार फिर दुनियाभर के iPhone यूजर्स को चेताया है कि उनके डिवाइस को भाड़े के जासूस सॉफ्टवेयर (Mercenary Spyware) के ज़रिए निशाना बनाया जा रहा है। यह चेतावनी उन लोगों के लिए है जो साइबर हमलों के हाई-प्रोफाइल टारगेट हो सकते हैं—जैसे पत्रकार, एक्टिविस्ट, राजनीतिक नेता, वकील और मानवाधिकार से जुड़े लोग।
📲 Apple ने भेजा सीधा अलर्ट
Apple ने अपने नोटिफिकेशन में साफ कहा है कि कुछ iPhone यूजर्स के डिवाइस पर “mercenary spyware” से हमला किया गया है या ऐसा खतरा है। यह संदेश सीधे उन यूजर्स के Apple ID से जुड़े ईमेल और iMessage पर भेजा गया है।
ऐसे अलर्ट बेहद दुर्लभ होते हैं और सिर्फ उन्हीं को भेजे जाते हैं जिनके डिवाइस पर किसी “state-sponsored” यानी सरकार द्वारा प्रायोजित साइबर हमले का खतरा होता है।
🕵️ क्या है Mercenary Spyware?
मर्केनरी स्पायवेयर वो खतरनाक सॉफ्टवेयर होता है जिसे प्राइवेट कंपनियां विकसित करती हैं और आमतौर पर इसे सरकारी एजेंसियों को बेचा जाता है। इनका इस्तेमाल टारगेट के फोन में घुसपैठ करने, कैमरा और माइक्रोफोन को एक्सेस करने, मैसेज पढ़ने और कॉल ट्रैक करने तक किया जा सकता है।
यह वही तरीके हैं जो “पेगासस स्पायवेयर” के मामले में सामने आए थे—जिसने दुनियाभर में लोकतंत्र, निजता और मानवाधिकार को लेकर गंभीर बहस छेड़ दी थी।
🌍 100 से ज्यादा देशों में यूजर्स को चेतावनी
Apple ने पुष्टि की है कि ये अलर्ट 100 से अधिक देशों में भेजे गए हैं, जो दिखाता है कि यह खतरा वैश्विक स्तर पर फैला हुआ है। हालाँकि, कंपनी ने सुरक्षा कारणों से प्रभावित यूजर्स या देशों के नामों का खुलासा नहीं किया है।
🇮🇳 भारत में भी उठ चुके हैं सवाल
पिछले साल जुलाई 2023 में Apple ने इसी तरह का अलर्ट भारत के कई iPhone यूजर्स को भेजा था, जिसमें विपक्षी दलों के कई नेता भी शामिल थे। उस समय इस पर काफी राजनीतिक हंगामा हुआ था और सरकार से जवाब मांगा गया था कि क्या वह इस प्रकार के सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रही है।
🔐 Apple की प्रतिक्रिया
Apple का कहना है कि वह यूजर्स की निजता और सुरक्षा को सबसे अधिक प्राथमिकता देता है। जैसे ही उन्हें किसी संभावित खतरे की पुष्टि होती है, वे बिना देरी के संबंधित यूजर्स को सूचित करते हैं ताकि वे अपने डिवाइस की सुरक्षा कर सकें।
कंपनी ने यह भी कहा है कि ये हमले बेहद जटिल और महंगे होते हैं, और इनका उपयोग केवल खास परिस्थितियों में, खास व्यक्तियों को निशाना बनाने के लिए किया जाता है।
यूजर्स क्या करें?
Apple ने अलर्ट पाने वाले यूजर्स को सलाह दी है कि वे:
- iPhone को लेटेस्ट iOS वर्जन पर अपडेट करें
- दो-स्तरीय सत्यापन (Two-Factor Authentication) सक्रिय करें
- किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें
- प्रोफेशनल साइबर सिक्योरिटी टीम से संपर्क करें
साइबर जासूसी की यह नई लहर न केवल टेक्नोलॉजी की दुनिया को, बल्कि लोकतांत्रिक संस्थाओं को भी एक गंभीर चेतावनी दे रही है। निजता और स्वतंत्रता की रक्षा अब केवल एक तकनीकी चुनौती नहीं, बल्कि वैश्विक मूल्यों की परीक्षा बन गई है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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