गृह मंत्री अमित शाह ने Gmail छोड़ा, अब स्वदेशी Zoho Mail पर शिफ्ट — आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
नई दिल्ली। भारत में डेटा सुरक्षा और स्वदेशी तकनीकी को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विदेशी ईमेल सेवा Gmail को छोड़कर पूरी तरह भारतीय ईमेल प्लेटफॉर्म Zoho Mail पर शिफ्ट कर लिया है। शाह ने बुधवार को अपने आधिकारिक अकाउंट X (पूर्व ट्विटर) पर इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा कि अब वे अपनी सभी ईमेल बातचीत Zoho Mail के माध्यम से करेंगे।
उन्होंने लिखा —
“मैंने Zoho Mail पर स्विच कर लिया है। कृपया मेरे ईमेल एड्रेस में हुए बदलाव पर ध्यान दें। मेरा नया ईमेल एड्रेस है — [email protected]। भविष्य में मेल द्वारा पत्राचार के लिए कृपया इसी ईमेल एड्रेस का उपयोग करें।”
अमित शाह का यह कदम न केवल ‘डेटा संप्रभुता (Data Sovereignty)’ को लेकर भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि केंद्र सरकार अब विदेशी तकनीकी सेवाओं के स्थान पर स्वदेशी विकल्पों को प्राथमिकता देने जा रही है।
Hello everyone,
— Amit Shah (@AmitShah)
I have switched to Zoho Mail. Kindly note the change in my email address.
My new email address is amitshah.bjp @ https://t.co/32C314L8Ct. For future correspondence via mail, kindly use this address.
Thank you for your kind attention to this matter.Hello everyone,
— Amit Shah (@AmitShah) October 8, 2025
I have switched to Zoho Mail. Kindly note the change in my email address.
My new email address is amitshah.bjp @ https://t.co/32C314L8Ct. For future correspondence via mail, kindly use this address.
Thank you for your kind attention to this matter.
Zoho Mail: भारत की मिट्टी से बना अंतरराष्ट्रीय ईमेल प्लेटफॉर्म
Zoho Mail भारत की टेक्नोलॉजी कंपनी Zoho Corporation का उत्पाद है, जिसकी स्थापना साल 1996 में प्रसिद्ध भारतीय उद्यमी श्रीधर वेंबु ने की थी।
Zoho Mail एक एड-फ्री (विज्ञापन-मुक्त) ईमेल सेवा है, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं दोनों को सुरक्षित संचार की सुविधा देती है।
कंपनी का दावा है कि इसकी सेवाएं पूरी तरह एन्क्रिप्टेड (End-to-End Encryption) हैं और यूज़र डेटा किसी भी बाहरी संस्था या विज्ञापनदाता के साथ साझा नहीं किया जाता।
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श्रीधर वेंबु: भारतीय नवाचार का प्रतीक
श्रीधर वेंबु, जो अब भारतीय टेक उद्योग में आत्मनिर्भरता के प्रतीक बन चुके हैं, ने Zoho को पूरी तरह से ‘बूटस्ट्रैप्ड’ (बिना किसी बाहरी निवेश के) खड़ा किया है।
उन्होंने अपने भाइयों और साथी टोनी थॉमस के साथ मिलकर 1996 में AdventNet नाम से इस कंपनी की शुरुआत की थी, जो बाद में 2009 में Zoho Corporation के रूप में परिवर्तित हुई।
वेंबु का मानना है कि भारत में स्थानीय प्रतिभा और स्वदेशी संसाधनों से वैश्विक स्तर की तकनीक बनाई जा सकती है। उन्होंने अपनी कंपनी का मुख्यालय चेन्नई और ग्रामीण तमिलनाडु में रखा, ताकि ग्रामीण भारत से तकनीकी क्रांति की शुरुआत हो सके।
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Zoho: भारतीय सॉफ्टवेयर उद्योग की सफलता की मिसाल
आज Zoho Corporation के पास 50 से अधिक क्लाउड-आधारित सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स हैं, जिनका उपयोग 180 से अधिक देशों में 10 मिलियन से ज्यादा उपयोगकर्ता कर रहे हैं।
कंपनी के उत्पादों में ईमेल, CRM (Customer Relationship Management), अकाउंटिंग, फाइनेंस, HR मैनेजमेंट, और ऑफिस प्रोडक्टिविटी टूल्स शामिल हैं।
Zoho Mail के साथ-साथ कंपनी ने कई और स्वदेशी एप्लिकेशन विकसित किए हैं —
- Arattai (व्हाट्सएप का भारतीय विकल्प),
- Zoho Books (ऑनलाइन अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर),
- Zoho Cliq (टीम कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म),
- Zoho People (एचआर मैनेजमेंट सॉल्यूशन)।
Zoho Mail की प्रमुख विशेषताएँ
Zoho Mail सिर्फ एक ईमेल सर्विस नहीं है, बल्कि यह संपूर्ण डिजिटल संचार और प्रबंधन प्लेटफॉर्म के रूप में उभरा है।
इसकी कुछ खास विशेषताएँ हैं —
- एड-फ्री इंटरफेस: उपयोगकर्ताओं को किसी भी प्रकार के विज्ञापन नहीं दिखाए जाते।
- डेटा सुरक्षा: पूर्ण एन्क्रिप्शन और भारतीय सर्वर पर डेटा का स्टोरेज।
- विभिन्न टैब्स: पर्सनल, बिजनेस और प्रमोशनल ईमेल के लिए अलग-अलग टैब्स।
- इंटीग्रेटेड टूल्स: कैलेंडर, नोट्स, टास्क मैनेजर और कॉन्टैक्ट्स जैसे इनबिल्ट फीचर।
- क्लाउड सपोर्ट: डेटा सिंक्रोनाइज़ेशन और बैकअप की सुविधा।
इन सुविधाओं के चलते Zoho Mail अब विदेशी सेवाओं जैसे Gmail और Outlook का व्यावहारिक भारतीय विकल्प बन चुका है।
सरकार का भी स्वदेशी प्लेटफॉर्म की ओर रुख
अमित शाह के Zoho Mail अपनाने से पहले शिक्षा मंत्रालय ने 3 अक्टूबर को सभी सरकारी कार्यालयों को अपने दस्तावेज़ी कार्यों के लिए Zoho Office Suite का उपयोग करने का निर्देश दिया था।
सरकार की यह नीति अब स्पष्ट है — आने वाले वर्षों में डिजिटल आत्मनिर्भरता के तहत सरकारी डेटा और संचार को पूरी तरह भारतीय तकनीकी प्लेटफॉर्म्स पर स्थानांतरित किया जाएगा।
Zoho का स्वदेशी मैसेजिंग एप Arattai
हाल ही में Zoho ने अपना स्वदेशी चैट एप Arattai लॉन्च किया, जो तमिल भाषा में ‘बातचीत’ का अर्थ रखता है। यह एप व्हाट्सएप का भारतीय विकल्प है और इसमें ऑडियो-वीडियो कॉलिंग, ग्रुप चैट, और संदेश को कोट करने जैसी सुविधाएँ हैं।
Arattai की सफलता ने यह साबित किया कि भारत अब विदेशी तकनीकी एकाधिकार से मुक्त होकर अपनी स्वतंत्र डिजिटल पारिस्थितिकी (ecosystem) खड़ा कर रहा है।
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Zoho: भारत का डिजिटल भविष्य
Zoho Corporation आज दुनिया की अग्रणी SaaS (Software as a Service) कंपनियों में से एक है।
इसकी सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत न केवल सॉफ्टवेयर विकास में अग्रणी हो सकता है, बल्कि सुरक्षित, स्वदेशी और विश्वस्तरीय डिजिटल समाधान भी प्रदान कर सकता है।
अमित शाह का Gmail छोड़कर Zoho Mail अपनाना केवल एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं, बल्कि यह एक राष्ट्रीय संदेश है —
कि भारत अब अपने डेटा और तकनीक पर स्वामित्व चाहता है।
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