दिसपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को एक सख्त और दो टूक संदेश दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को किसी भी कीमत पर नहीं रोकेगा। उन्होंने साफ कहा कि “यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक आतंकवाद पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।”
शाह का यह बयान उस घटना के बाद आया है, जिसमें 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में स्थित सुरम्य बैसरन घाटी में आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर 26 लोगों की जान ले ली थी। इन मृतकों में अधिकतर पर्यटक शामिल थे। यह हमला न सिर्फ इंसानियत के खिलाफ था, बल्कि देश की सुरक्षा व्यवस्था को खुली चुनौती भी था।
गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि अब आतंकियों को यह भ्रम नहीं पालना चाहिए कि उन्होंने कोई युद्ध जीत लिया है। उन्होंने कहा,
“ये नरेंद्र मोदी की सरकार है, कोई भी बच नहीं पाएगा। हर हमले का जवाब दिया जाएगा, चुन-चुन कर बदला लिया जाएगा।”
शाह ने यह भी दोहराया कि केंद्र सरकार कश्मीर में 90 के दशक से चल रहे आतंकवाद के नेटवर्क को खत्म करने के लिए ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत कार्य कर रही है। यह सिर्फ राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि सरकार की रणनीतिक दिशा है।
उन्होंने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि भारत की 140 करोड़ जनता इस लड़ाई में एकजुट है और केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ी है।
गृह मंत्री के इस बयान को सिर्फ एक राजनीतिक भाषण नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की रणनीतिक घोषणा के रूप में देखा जा रहा है। यह स्पष्ट है कि केंद्र सरकार अब आतंक के खिलाफ और भी आक्रामक नीति अपनाने जा रही है, विशेषकर कश्मीर घाटी में।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!