- पटना में लौह पुरुष की 150वीं जयंती पर गृह मंत्री का बयान, हर साल 31 अक्तूबर को भव्य परेड कराने की घोषणा
पटना। गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पटना में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि देश के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनका उचित सम्मान देर से मिला और इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। शाह ने आरोप लगाया कि सरदार पटेल को भारत रत्न मिलने में 40 साल की देरी कांग्रेस की संकीर्ण राजनीति के कारण हुई। गृह मंत्री ने यह बयान सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर दिया। उन्होंने कहा कि 31 अक्तूबर को पूरा देश इस महान नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, जिनके अदम्य साहस और दूरदर्शिता ने भारत को एकजुट किया।
सरदार पटेल के योगदान को याद किया
अमित शाह ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद भारत के 562 रियासतों के विलय का कार्य यदि किसी ने किया, तो वह सरदार पटेल थे। उन्होंने कहा कि पटेल ने विभाजन की जटिल परिस्थितियों में देश को एक सूत्र में बांधने का ऐतिहासिक कार्य किया।
शाह ने कहा, “आज जो अखंड भारत हम देखते हैं, वह सरदार पटेल के अद्भुत संकल्प और संगठन कौशल का परिणाम है। यदि उस समय उन्होंने कठोर निर्णय न लिए होते, तो भारत का भूगोल आज इतना एकजुट नहीं होता।”
31 अक्तूबर को होगी भव्य परेड
गृह मंत्री ने घोषणा की कि अब से हर साल 31 अक्तूबर को देशभर में भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। इस परेड का उद्देश्य युवाओं को सरदार पटेल के आदर्शों, राष्ट्रीय एकता और अखंडता के संदेश से जोड़ना है।
उन्होंने कहा कि “राष्ट्रीय एकता दिवस” पर हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में परेड आयोजित की जाएगी, जिससे लोगों में एकता और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहन मिले।
कांग्रेस पर निशाना
अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की आजादी के बाद से ही राजनीतिक स्वार्थ के चलते कांग्रेस ने सरदार पटेल को वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वे हकदार थे।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हमेशा एक परिवार के इर्द-गिर्द इतिहास को केंद्रित रखा। सरदार पटेल, जिनकी बदौलत भारत का नक्शा आज इस रूप में है, उन्हें भारत रत्न देने में 40 साल लगा दिए गए। यह देरी कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाती है।”
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने सरदार पटेल को उनका वास्तविक सम्मान दिलाया। उन्होंने यह भी बताया कि गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ न केवल सरदार पटेल की स्मृति का प्रतीक है, बल्कि यह भारत की एकता और संकल्प का संदेश भी देता है।
एकता की भावना पर जोर
अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि वे राष्ट्रीय एकता के निर्माता थे। उनके विचार आज भी देश के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेकर भारत को मजबूत, सुरक्षित और एकजुट बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।
गृह मंत्री ने कहा कि आज जब देश अनेक चुनौतियों का सामना कर रहा है, तब सरदार पटेल के विचार और उनकी नीतियाँ पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता, सांप्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखना ही सरदार पटेल के जीवन का संदेश है।





