- यात्रा के 16 दिनों में 2.73 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके
श्रीनगर। पवित्र अमरनाथ यात्रा इस वर्ष शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से जारी है। अब तक यात्रा के 16 दिनों में 2.73 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके हैं। शनिवार को 6,365 श्रद्धालुओं का एक और जत्था जम्मू से कश्मीर घाटी की ओर रवाना हुआ। अधिकारियों के अनुसार, यह जत्था दो सुरक्षा काफिलों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुआ। पहला काफिला सुबह 3:25 बजे 92 वाहनों के साथ बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जिसमें 2,851 यात्री शामिल थे। वहीं दूसरा काफिला सुबह 3:53 बजे 119 वाहनों के साथ 3,514 यात्रियों को लेकर पहलगाम बेस कैंप के लिए निकला।
अब तक 13 श्रद्धालुओं की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु
हालांकि, यात्रा के दौरान 13 श्रद्धालुओं की जान प्राकृतिक कारणों से चली गई है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करें और कठिन मौसम व ऊंचाई को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतें।
सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम
इस वर्ष यात्रा पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि में हो रही है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी थी। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था और अधिक सख्त की गई है। 180 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों को सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस के साथ तैनात किया गया है। भगवती नगर यात्री निवास से लेकर पवित्र गुफा तक के मार्ग को पूरी तरह से सुरक्षा बलों ने घेरे में लिया है। सभी पारगमन शिविरों, आधार शिविरों और मार्गों पर चौकसी लगातार बढ़ाई गई है।
यात्रा मार्ग की जानकारी
श्रद्धालु दो मार्गों से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं
- बालटाल मार्ग: इस मार्ग में कुल 14 किलोमीटर की पदयात्रा करनी होती है। श्रद्धालु एक ही दिन में दर्शन कर वापस लौट सकते हैं।
- पहलगाम मार्ग: इस मार्ग में चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी से होकर कुल 46 किलोमीटर की पदयात्रा करनी होती है, जिसमें चार दिन लगते हैं।
इस वर्ष नहीं है हेलीकॉप्टर सेवा
सुरक्षा कारणों से इस वर्ष श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं कराई गई है। सभी यात्रियों को केवल ज़मीन मार्ग से ही यात्रा करनी पड़ रही है।
यात्रा 9 अगस्त को होगी संपन्न
यह पवित्र यात्रा 3 जुलाई को प्रारंभ हुई थी और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा एवं रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी।
धार्मिक मान्यता
श्री अमरनाथ गुफा को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि भगवान शिव ने इसी गुफा में माता पार्वती को अमरता का रहस्य सुनाया था। इसी कारण यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।