अखिलेश यादव का कटाक्ष: बिहार से अब युवाओं का नहीं, भाजपा का होगा पलायन; तेजस्वी सरकार बनने का दावा

पूर्वी चंपारण, 03 नवम्बर। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे हैं, राजनीतिक बयानबाज़ी और जनसभाओं का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्वी चंपारण जिले के कोटवा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “अब बिहार से युवाओं का नहीं, भाजपा का पलायन होगा।”

अखिलेश यादव कल्याणपुर विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी मनोज यादव के समर्थन में आयोजित इस सभा में शामिल हुए। स्थानीय शिवधर अनूठा उच्च विद्यालय के खेल मैदान में आयोजित इस सभा में हजारों लोग मौजूद थे, जिनमें युवाओं की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। मंच पर पहुंचते ही भीड़ ने “अखिलेश यादव जिंदाबाद” और “तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे” के नारे लगाए।

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“तेजस्वी की सरकार बनने जा रही है”

अपने संबोधन में अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार में बदलाव की लहर चल रही है और अब जनता रोजगार, विकास और न्याय के लिए वोट करेगी। उन्होंने कहा—“बिहार में तेजस्वी यादव की सरकार बनने जा रही है। आप सभी मनोज यादव को जिताइए ताकि यहां से राजद की जीत सुनिश्चित हो और बिहार में एक ऐसी सरकार बने जो नौजवानों को सम्मान और अवसर दोनों दे।”

उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि बिहार के युवाओं को अब रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा—“अब बिहार से युवाओं का नहीं, भाजपा नेताओं का पलायन होगा। जनता अब उनके झूठे वादों से तंग आ चुकी है।”

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केंद्र सरकार पर तीखा हमला

अखिलेश यादव ने अपने भाषण में केंद्र की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “दिल्ली की सरकार इस चुनाव से घबराई हुई है, क्योंकि उन्हें पता है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है। यह चुनाव सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, बल्कि व्यवस्था बदलने का चुनाव है।”

उन्होंने कहा कि “यह चुनाव नौकरी देने वालों और नौकरी छीनने वालों के बीच हो रहा है। भाजपा वाले ‘जीएसटी दिवस’ मना रहे हैं, जबकि जीएसटी लाने से देश का व्यापार तबाह हो गया। उद्योग बंद हो गए, रोजगार घट गए। किसानों से कहा गया था कि उनकी आय दुगनी होगी, लेकिन आज किसान पहले से भी अधिक कर्ज़ में डूबे हैं।”

किसानों और महंगाई का मुद्दा उठाया

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि “11 साल में न पैदावार बढ़ी, न किसानों की हालत सुधरी। आज खेती घाटे का सौदा बन गई है। महंगाई आसमान छू रही है, पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें बढ़ रही हैं, जबकि रुपया नीचे जा रहा है और डॉलर ऊपर। यह कैसी अर्थव्यवस्था है जिसमें गरीब और गरीब होता जा रहा है और अमीर और अमीर?”

उन्होंने कहा कि भाजपा की विदेश नीति भी पूरी तरह विफल हो चुकी है। “अमेरिका भारत के निर्यात पर शुल्क लगा रहा है, चीन हमारी सीमाओं पर कब्ज़ा कर रहा है और सरकार सिर्फ बयान दे रही है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात करने वाले आज विदेशी दबावों में झुक रहे हैं,” अखिलेश यादव ने कहा।

“तेजस्वी की सरकार रोजगार और उद्योग को प्राथमिकता देगी”

अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार के युवाओं को नौकरी और रोजगार की सबसे अधिक ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की अगुवाई में बनने वाली सरकार उद्योगों में निवेश बढ़ाने पर काम करेगी, ताकि बिहार में नए अवसर पैदा हों और पलायन की समस्या खत्म हो। उन्होंने कहा—“बिहार के नौजवानों में जबरदस्त ऊर्जा है। जरूरत है उन्हें सही दिशा देने की, और यह काम सिर्फ तेजस्वी यादव कर सकते हैं।”

जनसभा में युवाओं का जोश

सभा में भारी संख्या में युवाओं की मौजूदगी रही। खासकर जब अखिलेश यादव मंच पर पहुंचे, तो भीड़ ने जोरदार नारेबाजी की। कार्यक्रम में राजद के स्थानीय उम्मीदवार मनोज कुमार यादव के अलावा विधायक वीरेंद्र कुमार शर्मा, पूर्व प्रत्याशी संतोष कुशवाहा, योगेंद्र महतो समेत कई नेताओं ने मंच साझा किया।

सभा के दौरान युवाओं में विशेष उत्साह तब देखने को मिला जब मशहूर स्थानीय कार्यकर्ता राजा यादव उर्फ “बिहारी टारजन” मंच पर पहुंचे। उन्हें देखने के लिए मैदान में युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश सहनी ने की और संचालन भी उन्होंने ही किया। मंच पर मौजूद नेताओं ने एक स्वर में जनता से अपील की कि वे भाजपा के “झूठे नारों और वादों” से भ्रमित न हों और राजद गठबंधन को विजयी बनाएं ताकि बिहार में एक नई शुरुआत हो सके।

अखिलेश यादव ने अपने संबोधन का समापन करते हुए कहा—“बिहार की जनता इस बार अपने वोट से जवाब देगी। अब विकास का रास्ता सामाजिक न्याय और रोजगार से होकर गुजरेगा। बिहार का भविष्य अब भाजपा के हाथ में नहीं, जनता के हाथ में है।”