नई दिल्ली।
भारतीय प्रशासनिक सेवाओं की रीढ़ माने जाने वाले संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को नया नेतृत्व मिल गया है। पूर्व रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार को UPSC का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। मंगलवार, 14 मई को इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी गई। वह अक्टूबर 2027 तक इस पद पर बने रहेंगे।
अजय कुमार की नियुक्ति पूर्व चेयरपर्सन प्रीति सूदन के स्थान पर हुई है, जिनका कार्यकाल 29 अप्रैल 2024 को समाप्त हो गया था।
🔹 राष्ट्रपति ने दी नियुक्ति को मंजूरी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डॉ. अजय कुमार की नियुक्ति को अपनी स्वीकृति प्रदान की। UPSC चेयरमैन का कार्यकाल 6 वर्षों का होता है या 65 वर्ष की आयु तक—जो पहले हो। वर्तमान में आयोग में 10 मेंबरों की स्वीकृत संख्या है, लेकिन दो पद अभी रिक्त हैं।

🔹 तकनीक और प्रशासन का अद्वितीय संगम
डॉ. अजय कुमार उन गिने-चुने नौकरशाहों में हैं जिन्होंने तकनीकी विशेषज्ञता और प्रशासनिक अनुभव दोनों क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त की है।
- उन्होंने IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में B.Tech किया।
- इसके बाद अप्लाइड इकोनॉमिक्स में मास्टर्स करने के बाद, यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा, USA से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में PhD की।
- वह भारतीय राष्ट्रीय इंजीनियर्स एकेडमी (INAE) के फेलो भी रह चुके हैं।
🔹 केरल से केंद्र तक, एक बहुआयामी प्रशासनिक सफर
डॉ. कुमार ने अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत केरल इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (KELTRON) से की।
- वे केरल के पलक्कड़ जिले के जिलाधिकारी भी रहे।
- बाद में उन्हें राज्य के IT विभाग का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया।
- रक्षा मंत्रालय में सेवाकाल के दौरान वे भारत सरकार के रक्षा सचिव के पद तक पहुंचे।
रिटायरमेंट के बाद उन्होंने स्टार्टअप्स की मेंटरिंग, IIT कानपुर में विजिटिंग प्रोफेसर के तौर पर कार्य और MGF-कवच नामक पहल की स्थापना भी की, जिसके लिए वे ₹250 करोड़ का फंड जुटा चुके हैं।
🔹 सम्मान और उपलब्धियां
डॉ. अजय कुमार को उनके योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा गया है:
- 2013 – इलेक्ट्रॉनिक्स लीडर ऑफ द ईयर
- 2019 – एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा से ऑनरेरी डॉक्टरेट
- 2019 – एशिया पोस्ट टॉप 50 एग्जीक्यूटिव ब्यूरोक्रेट्स
- 2019 – IIT कानपुर द्वारा डिस्टिंग्विश्ड एलुमिनाई
- 2021 – INAE फेलोशिप प्राप्त
🔹 अनुराधा प्रसाद बनीं UPSC की नई सदस्य
डॉ. अजय कुमार के साथ अनुराधा प्रसाद को UPSC का नया सदस्य नियुक्त किया गया है। आयोग की संरचना में चेयरमैन के अलावा अधिकतम 10 सदस्य होते हैं, जो IAS, IPS, IFS जैसी शीर्ष सिविल सेवाओं की चयन प्रक्रिया में भाग लेते हैं।
🔍 नया नेतृत्व, नई दिशा
UPSC जैसे महत्वपूर्ण संवैधानिक संस्थान की बागडोर अब तकनीकी पृष्ठभूमि और प्रशासनिक अनुभव से लैस एक ऐसे व्यक्ति के हाथों में है, जिनकी सोच आधुनिक और दृष्टिकोण बहुआयामी है।
डॉ. अजय कुमार की नियुक्ति से UPSC की भविष्य की परीक्षा प्रणाली, चयन प्रक्रिया और तकनीकी समावेश में नए आयाम जुड़ने की संभावना है।
संघ लोक सेवा आयोग को अब एक अनुभवी नेतृत्व मिल चुका है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के चयन को और भी पारदर्शी, प्रभावी और भविष्योन्मुखी बनाने की दिशा में काम करेगा।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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