नई दिल्ली।
पाकिस्तान में आधी रात को भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। 15 दिन पहले 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों और आम नागरिकों के परिवारों ने सरकार और सेना की कार्रवाई का स्वागत किया है।
सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिए गए इस जवाबी हमले को भारत की निर्णायक कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया और 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
“हमारा बदला पूरा हुआ” – शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज निवासी शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी ने कहा:
“22 अप्रैल की रात मेरी जिंदगी बदल गई थी। लेकिन आज, 15 दिन बाद मुझे लगता है कि मेरे पति की कुर्बानी व्यर्थ नहीं गई। भारत ने जवाब दे दिया है। हमारा बदला पूरा हुआ।”
उनके शब्दों में भावनाओं का ज्वार था। उन्होंने भारत सरकार और सेना का आभार जताते हुए कहा कि
“यह सिर्फ एक हमला नहीं था, यह हर उस पत्नी की आवाज थी जिसने सिंदूर खोया है।”
“ये सच्ची श्रद्धांजलि है” – शहीद संतोष जगदाले की बेटी असावरी
महाराष्ट्र के नासिक से ताल्लुक रखने वाले संतोष जगदाले पहलगाम हमले में मारे गए थे। उनकी बेटी असावरी जगदाले, जो एक कॉलेज छात्रा हैं, ने भावुक होकर कहा:
“जबसे पापा गए, हमें एक ही बात चुभती थी – कब मिलेगा इंसाफ? आज जब मैंने टीवी पर ऑपरेशन सिंदूर की खबर देखी, लगा जैसे पापा को सच्ची श्रद्धांजलि मिली हो।”
उन्होंने कहा कि
“आज का भारत सहने वाला नहीं, जवाब देने वाला है।”
देशभर में मनाया गया जश्न
ऑपरेशन सिंदूर की खबर सामने आते ही दिल्ली, लखनऊ, भोपाल, जयपुर, पुणे, जम्मू और श्रीनगर जैसे शहरों में लोग सड़कों पर उतर आए।
- जगह-जगह पटाखे फोड़े गए
- तिरंगे लेकर नारे लगाए गए – “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम्”
- कुछ जगहों पर दीयों से श्रद्धांजलि भी दी गई
सरकार और सेना को सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा:
“ये नया भारत है। जवाब देने में देर नहीं करता।“
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह ने भी सेना की सटीकता और साहस की तारीफ की। वहीं, सशस्त्र बलों के तीनों अंगों की साझा योजना को रणनीतिक रूप से बेहतरीन करार दिया गया है।
पहलगाम के दर्द ने पूरे देश को झकझोर दिया था। लेकिन 15 दिन बाद, जब भारत ने आधी रात को दुश्मन के घर में घुसकर जवाब दिया, तो सिर्फ आतंकी अड्डे ही नहीं गिरे, बल्कि पीड़ित परिवारों को न्याय मिला।
ऑपरेशन सिंदूर अब सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, सिंदूर और सम्मान की रक्षा की कहानी बन चुका है।