September 16, 2025 10:20 PM

एअर इंडिया के विमान की इंदौर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग

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इंजन में खराबी, 161 यात्री सुरक्षित; एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप

इंदौर। शुक्रवार सुबह इंदौर एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा टल गया। दिल्ली से इंदौर आ रही एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट (उड़ान संख्या IX-1104) को इंजन में खराबी आने के कारण आपातकालीन रूप से उतारना पड़ा। विमान में 161 यात्री सवार थे, जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया।

एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, विमान का बायां इंजन लैंडिंग से पहले तकनीकी खराबी का शिकार हो गया। पायलट ने तुरंत इसकी सूचना एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को दी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एयरपोर्ट पर फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट कर दिया गया।


देरी से रवाना हुई थी फ्लाइट

आमतौर पर यह फ्लाइट सुबह 6:40 बजे दिल्ली से रवाना होकर 8:15 बजे इंदौर पहुँचती है। लेकिन शुक्रवार को यह विमान दिल्ली से 8:28 बजे रवाना हुआ। जब फ्लाइट इंदौर के नज़दीक पहुँच रही थी, तभी इंजन में तकनीकी समस्या आई।

पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और इमरजेंसी लैंडिंग का निर्णय लिया। विमान सुबह 9:51 बजे सुरक्षित रूप से रनवे-02 पर उतार लिया गया।


यात्रियों और परिजनों में दहशत

विमान में सवार यात्रियों को जैसे ही इमरजेंसी लैंडिंग की जानकारी मिली, उनके बीच अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री घबराहट में प्रार्थना करते देखे गए। वहीं एयरपोर्ट पर इंतजार कर रहे परिजन भी सूचना मिलते ही परेशान हो उठे। हालांकि, सुरक्षित लैंडिंग के बाद सभी ने राहत की सांस ली।


जांच में जुटी तकनीकी टीम

लैंडिंग के बाद विमान रनवे पर खड़ा कर दिया गया। एअरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि इंजीनियरिंग टीम इंजन की खराबी की जांच कर रही है। फिलहाल विमान उड़ान के लिए उपयुक्त नहीं है और सुधार कार्य जारी है।


पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा

एयरपोर्ट अधिकारियों और यात्रियों ने पायलट की त्वरित कार्रवाई और समझदारी की सराहना की। यदि समय रहते निर्णय न लिया जाता, तो स्थिति गंभीर हो सकती थी।


✍️ विश्लेषण

भारत में घरेलू हवाई यात्राओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके साथ ही सुरक्षा और तकनीकी मानकों पर भी कड़ी निगरानी की ज़रूरत है। हाल के दिनों में तकनीकी खराबी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग की घटनाएँ कई बार सामने आई हैं। यह घटना इस बात का संकेत है कि विमानन कंपनियों को समय-समय पर सख्त तकनीकी निरीक्षण और रखरखाव सुनिश्चित करना होगा।



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