अहमदाबाद | 12 जून को हुए भीषण विमान हादसे में जान गंवाने वाले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के शव की पहचान आखिरकार डीएनए जांच से हो गई है। रविवार को रिपोर्ट में उनके डीएनए का मिलान हो गया, जिसके बाद परिजनों को सूचना दी गई। सोमवार 16 जून को दोपहर 3 बजे राजकोट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।

हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 275

इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब तक कुल 275 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अनुसार, 248 शवों के डीएनए सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें से 86 की शिनाख्त हो गई है। अब तक 27 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं, और संबंधित डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिए गए हैं

शवों को सम्मानपूर्वक भेजने की तैयारी

परिजनों तक शवों को सुरक्षित और सम्मानपूर्वक पहुंचाने के लिए 192 एम्बुलेंस और वाहनों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। इसके अलावा 230 टीमें विशेष रूप से गठित की गई हैं जो सीधे प्रभावित परिवारों के संपर्क में हैं। 170 ताबूतों का ऑर्डर दिया गया है, जिनमें से लगभग 100 वडोदरा से अहमदाबाद लाए जा चुके हैं। शेष निर्माणाधीन हैं।

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विदेशियों के परिजन भी पहुंचने लगे

हादसे में कुछ विदेशी नागरिकों की भी मौत हुई थी। इनमें से 11 मृतकों के परिजन आज अहमदाबाद पहुंच सकते हैं, ताकि पहचान और अंतिम प्रक्रियाएं पूरी की जा सकें। प्रशासन द्वारा उन्हें आवश्यक दस्तावेज, निवास और सहायक सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं।

बीमा क्लेम के लिए हेल्प डेस्क

अहमदाबाद जिला प्रशासन ने सिविल अस्पताल परिसर में न्यू इंडिया एश्योरेंस, HDFC लाइफ इंश्योरेंस और LIC जैसी बीमा कंपनियों के साथ मिलकर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं। इसका उद्देश्य हादसे में मृत या घायल यात्रियों के बीमा क्लेम की प्रक्रिया को सरल और शीघ्र बनाना है।

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एअर इंडिया ने निभाई ज़िम्मेदारी

इस दुखद दुर्घटना के बाद एअर इंडिया ने प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं और उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। कंपनी की ओर से जारी X (ट्विटर) पोस्ट में कहा गया कि:

"हम हादसे में प्रभावित प्रत्येक परिवार के साथ हैं। हमारी टीमें अहमदाबाद में ज़मीन पर तैनात हैं। अब तक 400 से अधिक परिजन यहां पहुंचे हैं और हर एक परिवार को एक समर्पित केयर टेकर सौंपा गया है, जो उनके साथ लगातार संपर्क में है। हमारी पहली प्राथमिकता मृतकों के शव और उनका सामान उनके परिजनों को सौंपना है।"

कंपनी के अनुसार, गुजरात से बाहर जाने वाले परिवारों की यात्रा, आवास और अन्य व्यवस्थाओं में भी सहायता की जा रही है।

पूरे राज्य में शोक, अंतिम यात्रा में जुटेगा जनसैलाब

पूर्व मुख्यमंत्री रूपाणी की मौत की खबर ने गुजरात की राजनीति और जनता को गहरा आघात दिया है। राजकोट में उनके अंतिम संस्कार के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता, राज्य सरकार के प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और हजारों की संख्या में आम नागरिक उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचेंगे।