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April 19, 2025 7:44 PM

मऊगंज, इंदौर और ग्वालियर के बाद अब शहडोल में पुलिस पर हमला

  • उप्र और छत्तीसगढ़ पुलिस भी थी मौजूद

शहडोल। इंदौर, मऊगंज ग्वालियर के बाद अब शहडोल में हिंसक घटना हुई है जिसमें निशाने पर पुलिस रही। दरअसल बीती देर रात सराफा व्यापारियों पर हुए गोलीकांड के आरोपियों की तलाश में गई पुलिस टीम पर पथराव हो गया। बुढ़ार पुलिस शुक्रवार रात करीब 11 बजे ईरानी बाड़ा गई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि गोलीकांड में इस्तेमाल किया गया वाहन यहां देखा गया है। पथराव में महिला कॉन्स्टेबल समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बताया, रास्ता संकरा होने के कारण पुलिस वाहन अंदर नहीं जा पाया। इस दौरान यूपी की महराजगंज पुलिस भी बुढ़ार थाना पुलिस के साथ ईरानी मोहल्ला में मौजूद थी। यूपी पुलिस लूट के आरोपी यूसुफ अली को गिरफ्तार करने पहुंची थी। उन्होंने आरोपी को हिरासत में भी ले लिया था। इससे मोहल्ले में तनाव हो गया। तभी कॉन्स्टेबल बलभद्र सिंह पैदल ही मोहल्ले में गए। यहां उन्होंने फिरोज अली जाफरी से बाइक के बारे में पूछताछ की। तभी फिरोज ने गालीगलौज शुरू कर दी। मोहल्ले के अन्य लोग भी जमा हो गए। उन्होंने कॉन्स्टेबल से धक्का-मुक्की की। बचाव में आए पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने पथराव कर दिया। हमले में महिला कॉन्स्टेबल सरिता और कॉन्स्टेबल आशीष तिवारी समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस वाहन में भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने 18 नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। एएसपी अभिषेक दीवान ने बताया कि घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है। चार राज्यों की पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। दरअसल, कुछ दिन पहले केशवाही क्षेत्र में साप्ताहिक बाजार से लौट रहे सराफा व्यापारियों पर बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग की थी। आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।

पूछताछ की तो अभद्रता करने लगे मोहल्ले वाले

कॉन्स्टेबल बलभद्र सिंह ने बुढार थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने शिकायत में बताया कि वह सब इंस्पेक्टर उमाशंकर चतुर्वेदी के निर्देश पर हेड कॉन्स्टेबल शंकर प्रजापति, कॉन्स्टेबल आशीष तिवारी, कृष्ण नारायण मिश्रा, सुशील सिंह, सरिता सिंह, श्रुति सिंह के साथ ईरानी मोहल्ले में सफेद अपाचे बाइक की तलाश में गए थे। पुलिस वाहन जाने की जगह नहीं थी, इस कारण मैं पैदल उतरकर बाइक की तलाश में मोहल्ले के अंदर गया। वहां फिरोज अली जाफरी से बाइक के बारे में पूछताछ की। वह भड़क गया और अभद्रता करने लगा। वह गालियां देने लगा। आवाज सुनकर उसकी बेटी, बहन समेत अन्य परिजन और मोहल्ले के लोग भी आ गए। सभी ने अभद्रता और झूमाझटकी की। मेरी आवाज और विवाद सुनकर मुख्य मार्ग पर खड़े पुलिसकर्मी बचाव में मोहल्ले के अंदर दौड़े। हम लोगों को समझा ही रहे थे कि आरोपियों ने पथराव कर दिया।

15 मार्च को मऊगंज में हुई थी हिंसा

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में 15 मार्च को बवाल हो गया। जिले के शाहपुरा थान क्षेत्र के गड़रा गांव में आदिवासी परिवार ने एक युवक को बंधक बनाया लिया। उसके साथ जमकर मारपीट की गई। सूचना पर उसे बचाने पहुंची पुलिस टीम पर भी आरोपियों ने हमला कर दिया। हमले में एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई। साथ ही वह सनी द्विवेदी भी मारा गया, जिसे आदिवासी परिवार ने बंधक बनाया था। तहसीलदार कुमारे लाल पनिका और टीआई संदीप भारती को गंभीर चोट आई है।

14 मार्च को पुलिस-वकीलों में विवाद

मध्य प्रदेश के इंदौर से होली के दिन इंदौर में वकीलों और पुलिस के बीच बड़ा टकराव हुआ। इस टकराव के कारण हाई कोर्ट चौराहे पर देर तक जाम की स्थिति रही। यहां पर वकीलों ने टीआई को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। बता दें कि वकीलों का आरोप है कि टीआई की जीप में बीयर की बोतल थी और खुद भी पिये हुए थे। इसे अंदर से निकालकर गाड़ी पर रखा। जानकारी के अनुसार विवाद की शुरुआत शुक्रवार दोपहर परदेशीपुरा से हुई थी। बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट वकील अरविंद जैन का स्कूटर(एमपी 09यूवाय 9646) चालक से विवाद होली पर विवाद हो गया। इसके बाद ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी अरविंद जैन एवं उनके वकील पुत्र अपूर्व व अर्पित को मारपीट करते हुए जबरदस्ती थाने ले गए।

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