एशिया कप से बाहर होने पर अफगान कोच ट्रॉट का बयान – टीम की गलतियां और विश्व कप की तैयारी
अबू धाबी, 19 सितंबर। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का एशिया कप 2025 में सफर उम्मीदों के विपरीत जल्दी समाप्त हो गया। टीम को लगातार हार झेलनी पड़ी और ग्रुप-बी के आखिरी मुकाबले में श्रीलंका से मिली छह विकेट की शिकस्त ने उनके अभियान को खत्म कर दिया। इसके बाद टीम के मुख्य कोच जोनाथन ट्रॉट ने साफ कहा कि यह हार निराशाजनक है और टीम को गहराई से आत्ममंथन करने की जरूरत है।
अफगानिस्तान का टूर्नामेंट सफर
अफगानिस्तान से क्रिकेट प्रेमियों को इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। लेकिन बांग्लादेश के बाद श्रीलंका से भी हारकर टीम सुपर-4 में नहीं पहुंच सकी। श्रीलंका के खिलाफ मैच में मोहम्मद नबी ने मात्र 22 गेंदों पर 60 रनों की तूफानी पारी खेली और टीम को 169/8 तक पहुंचाया। यह स्कोर उम्मीद से अच्छा माना गया, लेकिन अफगानी गेंदबाज इसे बचाने में नाकाम रहे।
ट्रॉट ने बताई हार की वजह
मैच के बाद मीडिया से बातचीत में ट्रॉट ने कहा—
“यह बेहद निराशाजनक हार है। हमें लगा था कि नबी की शानदार पारी के बाद 170 का लक्ष्य अच्छा होगा, लेकिन श्रीलंका ने शानदार बल्लेबाजी की। हमारी गेंदबाजी और फील्डिंग में कई गलतियां हुईं। पावरप्ले में शुरुआत खराब रही और तीनों विभागों में साधारण प्रदर्शन हुआ। ऐसी स्थिति में जीतना मुश्किल हो जाता है।”
कोच ने कहा कि टीम बड़े लक्ष्य लेकर टूर्नामेंट में उतरी थी, लेकिन उन पर खरा नहीं उतर पाई। उन्होंने माना कि बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में समन्वय की कमी हार की सबसे बड़ी वजह बनी।
नवीन-उल-हक की कमी खली
जोनाथन ट्रॉट ने तेज गेंदबाज नवीन-उल-हक की गैरमौजूदगी को भी बड़ा कारण बताया। उन्होंने कहा—
“दुर्भाग्य से नवीन चोटिल थे। अगर वे फिट होते तो हालात अलग हो सकते थे। हमें आगे सही गेंदबाजों की उपलब्धता और फिटनेस पर ध्यान देना होगा।”
आने वाले टी20 विश्व कप पर फोकस
कोच ने साफ किया कि टीम को तुरंत सुधार की जरूरत है क्योंकि आने वाले महीनों में टी20 विश्व कप होना है। उन्होंने कहा—
“हमें यह देखना होगा कि कहां गलतियां हुईं और उन्हें तुरंत सुधारना होगा। उम्मीद है कि यह असफलता हमें मजबूती से वापसी का सबक देगी।”
श्रीलंका की रणनीति सफल रही
दूसरी ओर, श्रीलंका के बल्लेबाज कुसल मेंडिस ने मैच के बाद बताया कि टीम ने अफगान स्पिनरों के खिलाफ खास रणनीति बनाई थी। उन्होंने कहा—
“हमें पता था कि अफगानिस्तान के पास बेहतरीन स्पिनर हैं। इसलिए मैंने और कुसल परेरा ने शुरुआती 12 ओवर सावधानी से खेले। जब तेज गेंदबाज आए, तो हमने रनरेट तेज किया और बड़े शॉट लगाए। यह रणनीति पूरी तरह सफल रही।”
निष्कर्ष नहीं, नई चुनौती
एशिया कप से अफगानिस्तान की विदाई भले ही निराशाजनक रही हो, लेकिन कोच ट्रॉट ने इसे नई शुरुआत का मौका बताया है। उन्होंने कहा कि टीम इस हार से सीख लेकर विश्व कप में और मजबूत होकर उतरेगी।
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