Trending News

May 17, 2025 11:36 AM

भोपाल, इंदौर और जबलपुर में आबकारी घोटाले पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, 18 ठिकानों पर छापेमारी

abkari-ghotala-ed-chhapa-bhopal-indore-jabalpur


71 करोड़ के आबकारी घोटाले में अधिकारियों और ठेकेदारों के ठिकानों पर जांच-पड़ताल

भोपाल:


प्रदेश में आबकारी विभाग में हुए 71 करोड़ रुपये के बड़े घोटाले की जांच में आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। भोपाल, इंदौर और जबलपुर में एक साथ ईडी की 18 टीमों ने आबकारी अधिकारियों और शराब ठेकेदारों के ठिकानों पर दबिश दी।

जांच में सामने आया है कि इस घोटाले में शराब कारोबारियों और आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी बैंक चालानों के जरिए शराब का अवैध उठाव किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक शराब व्यापारियों ने चालानों में भारी हेराफेरी कर वेयरहाउस से देसी और विदेशी शराब उठाई। उदाहरण के लिए, बैंक में केवल 10 हजार रुपये जमा कर चालान में उसे 10 लाख रुपये दिखाया गया, जिससे न केवल शराब कारोबारियों को भारी मुनाफा हुआ बल्कि सरकार को आयकर और परिवहन शुल्क के रूप में लगभग 97.97 करोड़ रुपये का नुकसान भी हुआ।

यह गड़बड़ी 2015 से 2018 के बीच विशेष रूप से इंदौर जिले में बड़े पैमाने पर हुई। अकेले इंदौर में 42 करोड़ रुपये की चपत सरकार को लगी। कुल मिलाकर 194 फर्जी चालानों के जरिए यह पूरा घोटाला अंजाम दिया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। अदालत ने भी माना कि आबकारी अधिकारियों और शराब ठेकेदारों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता। इसके बाद सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी स्नेहलता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक विभागीय जांच समिति गठित की, जिसने अपनी रिपोर्ट में दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की थी।

कैसे होती थी चालानों में हेराफेरी


जांच में यह भी खुलासा हुआ कि शराब ठेकेदार बैंक में छोटी राशि के चालान भरते थे। चालान में अंकों में रकम तो भर दी जाती थी, लेकिन “शब्दों में रुपये” वाला कॉलम खाली छोड़ दिया जाता था। रकम जमा करने के बाद, उसी खाली स्थान में शब्दों में बड़ी राशि लिख दी जाती थी। फिर इस बदले हुए चालान की कॉपी देशी शराब के गोदामों या विदेशी शराब के मामले में जिला आबकारी कार्यालय में प्रस्तुत कर दी जाती थी, जिससे बड़ी मात्रा में शराब उठाने का रास्ता साफ हो जाता था।

अब ईडी की इस बड़ी कार्रवाई से घोटाले में शामिल लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी है। सूत्रों के अनुसार इस छापेमारी के बाद कई बड़े खुलासे हो सकते हैं और जल्द ही बड़ी गिरफ्तारियां भी संभव हैं।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram