अभियंता दिवस पर सीएम मोहन यादव की बड़ी घोषणा, मप्र में बनेगा अभियंता प्रशिक्षण और खोज संस्थान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया शुभारंभ, अभियंता प्रशिक्षण और खोज संस्थान बनाने की घोषणा
भोपाल। मध्यप्रदेश में सोमवार को अभियंता दिवस राज्य स्तरीय स्तर पर भव्य तरीके से मनाया गया। राजधानी स्थित कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने मध्यप्रदेश में अभियंता प्रशिक्षण और खोज संस्थान स्थापित करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संस्थान के माध्यम से अभियंताओं को दक्ष बनाया जाएगा ताकि वे आधारभूत संरचना के निर्माण में और अधिक योगदान दे सकें।
सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने महान अभियंता और भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि यह दिवस विश्वेश्वरैया की दूरदृष्टि और तकनीकी कौशल को याद करने और उनसे प्रेरणा लेने का अवसर है।
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मुख्यमंत्री का संबोधन: "अभियंता, सृजन और शुभारंभकर्ता"
अपने संबोधन में डॉ. मोहन यादव ने अभियंताओं की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि अभियंता सृजनकर्ता होते हैं। वैज्ञानिक शोध करते हैं, लेकिन उन शोधों को आम जनता तक पहुंचाने का कार्य अभियंता करते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि संसद भवन की नई संरचना हमारे अभियंताओं की ही देन है।
मुख्यमंत्री ने कहा –
- “आप लोग बजरंगबली से कम थोड़े हैं। बुद्धि और कौशल से रास्ते बनाने का काम अभियंता ही करते हैं। चिनाब जैसे ब्रिज आपके सृजन का प्रमाण हैं, जिस पर देश को गर्व है।”
- “वो जमाना गया जब ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के हाथ काट दिए जाते थे। अब अच्छे काम करने वालों को सम्मानित किया जाता है।”
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नई पहलें: लोक निर्माण सर्वेक्षण एप और परियोजना प्रबंधन प्रणाली
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण सर्वेक्षण एप और लोक परियोजना प्रबंधन प्रणाली का शुभारंभ भी किया। इनके माध्यम से निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और गति लाने का प्रयास किया जाएगा।
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लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह का संबोधन
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि राज्य में ईको फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि काम की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं और ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है।
मंत्री ने कहा –
- “दंड सुधार के लिए होता है, लेकिन अच्छे काम करने वालों को पुरस्कार भी मिलना चाहिए।”
- “आज 7 अभियंता और 4 ठेकेदारों को सम्मानित किया गया है। अभियंता को केवल तकनीकी ज्ञान से नहीं, बल्कि अच्छे काम से पहचाना जाता है।”
उन्होंने आगे कहा कि अब ऐसा संस्थान बनेगा, जिससे अभियंताओं को राज्य से बाहर प्रशिक्षण के लिए नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि अन्य राज्यों से अभियंता यहां सीखने आएंगे।
सम्मान और सहभागिता
कार्यक्रम में श्रेष्ठ अभियंताओं और संविदाकारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह, एमपीआरडीसी के प्रबंध निदेशक भारत यादव, बिल्डिंग डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के एमडी सीबी चक्रवर्ती, प्रमुख अभियंता केपीएस राणा, तकनीकी सलाहकार आरके मेहरा, मुख्य अभियंता संजय मसके सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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अभियंता दिवस का यह आयोजन न केवल सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की स्मृति को जीवित रखने का प्रयास है, बल्कि यह राज्य के अभियंताओं को प्रोत्साहित करने और उनके कार्यों को मान्यता देने का भी अवसर है। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं और नई पहलें मप्र में आधारभूत संरचना विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होंगी।
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