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April 19, 2025 7:58 PM

आधार दिखाओ’ का झंझट खत्म! अब QR स्कैन से होगी पहचान

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होटल और एयरपोर्ट पर अब फिजिकल आधार कार्ड की ज़रूरत नहीं: डिजिटल QR कोड से होगी पहचान, डेटा रहेगा सुरक्षित
UIDAI का नया अपडेट, आधार ऐप से रियल टाइम वेरिफिकेशन और डेटा शेयरिंग संभव

नई दिल्ली। अब यदि आप किसी होटल में चेक-इन कर रहे हैं या एयरपोर्ट पर पहचान पत्र दिखाने की ज़रूरत पड़ती है, तो आपको अपना फिजिकल आधार कार्ड साथ रखने की कोई ज़रूरत नहीं है। UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने एक नई सुविधा की शुरुआत की है, जिसके तहत आप आधार ऐप में मौजूद QR कोड के ज़रिए अपनी पहचान डिजिटल तरीके से साझा कर सकते हैं।

यह नई सुविधा न सिर्फ तेज और सुविधाजनक है, बल्कि इससे आपकी पर्सनल जानकारी की गोपनीयता और सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है। अब आप तय कर सकते हैं कि कौन-सी जानकारी साझा करनी है और कौन-सी नहीं।


क्या है नई सुविधा?

UIDAI ने अपने अपडेटेड mAadhaar मोबाइल ऐप में ऐसा फीचर जोड़ा है, जिसमें

  • QR कोड स्कैन करके आधार धारक की पहचान तुरंत वेरीफाई की जा सकती है।
  • ये QR कोड पूरी तरह ऑफलाइन भी काम करता है, यानी इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होती।
  • इसमें यूज़र अपनी जानकारी को फिल्टर करके साझा कर सकता है — जैसे नाम, जन्मतिथि, फोटो, लिंग आदि।

इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि अब यूज़र को पूरा आधार नंबर या पर्सनल डिटेल्स प्रिंट आउट देने की जरूरत नहीं है।


होटल, एयरपोर्ट, और सरकारी पहचान के लिए क्रांतिकारी बदलाव

अब तक कई जगहों पर होटल, गेस्ट हाउस, एयरपोर्ट सिक्योरिटी या रेलवे टिकट बुकिंग के दौरान आधार कार्ड की फोटोकॉपी मांगी जाती थी, जिससे यूज़र का डेटा लीक होने का खतरा रहता था।
इस नई डिजिटल QR सुविधा से अब

  • फिजिकल कॉपी देने की जरूरत नहीं
  • पहचान की पुष्टि सिर्फ जरूरी जानकारी तक सीमित रहेगी
  • डेटा चोरी या गलत इस्तेमाल की संभावना कम हो जाएगी

यूज़र को क्या करना होगा?

  1. mAadhaar ऐप को डाउनलोड या अपडेट करें
  2. लॉगइन करें और अपने प्रोफाइल में जाएं
  3. QR कोड सेक्शन में जाएं
  4. सामने वाले व्यक्ति या संस्थान को QR कोड स्कैन करने दें
  5. जानकारी तुरंत वेरीफाई हो जाएगी, बिना कोई कागज़ दिखाए

क्यों है यह सुविधा खास?

  • गोपनीयता नियंत्रण (Privacy Control): यूज़र यह तय कर सकता है कि कौन-सी जानकारी साझा करनी है।
  • तेज़ और सुरक्षित पहचान प्रक्रिया: वेरिफिकेशन में समय नहीं लगेगा, और फेक दस्तावेज़ों की संभावना भी घटेगी।
  • डेटा सुरक्षा: अब आधार नंबर या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा नहीं करनी पड़ेगी।
  • डिजिटल इंडिया की दिशा में बड़ा कदम: पेपरलेस, फास्ट और स्मार्ट वेरिफिकेशन सिस्टम।

क्या कहती है UIDAI?

UIDAI के अनुसार, “हमारा उद्देश्य यह है कि आधार को उपयोगकर्ता के लिए सरल, सुरक्षित और स्मार्ट बनाया जाए। QR कोड सुविधा के माध्यम से यूज़र अब खुद तय करेगा कि उसकी क्या जानकारी सार्वजनिक हो और क्या नहीं। यह सुविधा पहचान के पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक आधुनिक, सुरक्षित और यूज़र-फ्रेंडली है।”


कहां-कहां उपयोगी है यह सुविधा?

  • होटल और लॉज चेक-इन के समय
  • एयरपोर्ट पर आईडी वेरिफिकेशन
  • सरकारी योजनाओं में आवेदन के समय
  • बैंक में केवाईसी प्रोसेस
  • सिम कार्ड लेने के दौरान
  • कंपनी या संस्थान में जॉइनिंग के समय
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