भाईदूज पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहनों पर की पुष्पवर्षा, नवंबर से 1500 रुपये देने का ऐलान
मुख्यमंत्री निवास पर हुआ भव्य आयोजन, लाड़ली बहनों ने तिलक लगाकर दी दीर्घायु की शुभकामनाएं
भोपाल, 23 अक्टूबर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाईदूज के पावन पर्व पर आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित विशेष कार्यक्रम में लाड़ली बहनों पर पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर उन्होंने नवंबर माह से लाड़ली बहना योजना की राशि 1250 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह करने की औपचारिक घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय बहनों की आर्थिक स्वतंत्रता और सम्मान को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि “बहनों की मुस्कान ही समाज की समृद्धि का आधार है, और सरकार उनकी खुशियों की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।”

1.27 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में पहुंच चुके हैं 44,917 करोड़ रुपये
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 1 करोड़ 27 लाख से अधिक लाड़ली बहनों के खातों में 44,917.92 करोड़ रुपये की राशि सीधे ट्रांसफर की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना मध्यप्रदेश सरकार की सबसे सफल और मानवीय पहल है, जिसने महिलाओं के जीवन में आत्मनिर्भरता का नया अध्याय जोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “लाड़ली बहनें अब सिर्फ योजना की लाभार्थी नहीं, बल्कि प्रदेश की विकास शक्ति हैं। उन्हें मजबूत बनाना हमारा सामाजिक और नैतिक दायित्व है।”

कार्यक्रम में सजी भावनाओं की रंगोली, बहनों ने किया तिलक और दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री निवास परिसर में सजे इस भाईदूज कार्यक्रम में माहौल श्रद्धा, स्नेह और आत्मीयता से भरा हुआ था। लाड़ली बहनों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को तिलक लगाया और उनकी दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मंच से कहा, “भगवान श्रीकृष्ण और सुभद्रा का रिश्ता भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है। उसी भाव से मैं भी प्रदेश की हर लाड़ली बहन की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता के लिए समर्पित हूं।”
बहनों ने भावुक होकर कहा कि सरकार की इस योजना ने उनके जीवन में आर्थिक आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास जगाया है। एक बहन ने कहा, “अब हमें अपनी जरूरतों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। मुख्यमंत्री हमारे लिए सच्चे भाई की तरह हैं।”

लाड़ली बहना योजना बनी महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि लाड़ली बहना योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं बल्कि महिलाओं के जीवन में आत्मसम्मान का प्रतीक बन चुकी है। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं को घरेलू निर्णयों में भागीदारी का अधिकार मिला है और परिवारों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है।
डॉ. यादव ने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल सहायता देना नहीं, बल्कि बहनों को आत्मनिर्भर बनाना है। सरकार आने वाले दिनों में उन्हें स्वरोजगार और कौशल विकास से भी जोड़ेगी।”डॉ. यादव ने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल सहायता देना नहीं, बल्कि बहनों को आत्मनिर्भर बनाना है। सरकार आने वाले दिनों में उन्हें स्वरोजगार और कौशल विकास से भी जोड़ेगी।”

लाड़ली बहनों के लिए नई घोषणाओं की झड़ी
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आगामी महीनों में ‘लाड़ली बहना कौशल योजना’ और ‘महिला स्वावलंबन मिशन’ की शुरुआत भी करेगी, जिससे ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाएं स्वरोजगार के अवसर पा सकेंगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक बहन को शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान मिले। यह योजना केवल आर्थिक नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।

भाईदूज के पर्व को बनाया समाजिक एकता और प्रेम का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने कहा कि “भाईदूज का पर्व केवल त्यौहार नहीं, बल्कि एक भावना है जो प्रेम, विश्वास और जिम्मेदारी का संदेश देती है। हमारी संस्कृति में भाई अपनी बहन की रक्षा और सम्मान का वचन देता है, और यह परंपरा समाज को एकजुट बनाए रखने की शक्ति देती है।”
उन्होंने आगे कहा कि “मध्यप्रदेश की हर लाड़ली बहन हमारे लिए सुभद्रा समान है। उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”



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