October 21, 2025 11:31 PM

दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग में शेयर बाजार में रौनक, सेंसेक्स 300 अंक चढ़ा, निफ्टी में 80 अंकों की तेजी

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दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग में सेंसेक्स 300 अंक चढ़ा, निफ्टी में 80 अंकों की तेजी

मुंबई, 21 अक्टूबर (हि.स.)। दिवाली के शुभ अवसर पर सोमवार को आयोजित मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में घरेलू शेयर बाजार में निवेशकों का उत्साह देखने लायक रहा। पारंपरिक रूप से हर साल दिवाली पर आयोजित होने वाला यह विशेष एक घंटे का ट्रेडिंग सत्र इस बार भी निवेशकों के लिए शुभ संकेत लेकर आया। सेंसेक्स में 300 अंकों की छलांग लगी और यह 84,600 अंकों के स्तर पर कारोबार करता दिखाई दिया, वहीं निफ्टी में 80 अंकों की बढ़त के साथ सूचकांक 25,900 के करीब पहुंच गया।


मीडिया और आईटी शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी

आज के इस विशेष सत्र में मीडिया और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेक्टर के शेयरों में सबसे अधिक खरीदारी देखी गई। निवेशकों ने इन दोनों क्षेत्रों में भरोसा जताते हुए बड़े पैमाने पर निवेश किया। इसके अलावा बैंकिंग, एफएमसीजी और ऑटो सेक्टर में भी हल्की तेजी देखने को मिली। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तेजी निवेशकों की दीर्घकालिक निवेश भावना और सकारात्मक आर्थिक संकेतों का परिणाम है।

आईटी शेयरों में इंफोसिस, टीसीएस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियों में 1 से 2 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई। वहीं ज़ी एंटरटेनमेंट, एनडीटीवी, और टाइम्स नेटवर्क जैसे मीडिया शेयरों में निवेशकों का रुझान विशेष रूप से देखा गया।


इस बार दोपहर में हुआ मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र

सामान्यतः दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र शाम को आयोजित किया जाता है, लेकिन इस बार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने इसे दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक आयोजित किया। यह एक घंटे का विशेष सत्र हिंदू पंचांग के अनुसार तय किए गए मुहूर्त काल में किया गया।

इस परंपरा को अब 69 वर्ष पूरे हो चुके हैं। यह वह अवसर होता है जब देशभर के निवेशक दिवाली के शुभ मुहूर्त पर पहली बार नए निवेश की शुरुआत करते हैं, जिसे “नया संवत्सर” यानी नया वित्तीय वर्ष भी माना जाता है।


मुहूर्त ट्रेडिंग का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

हिंदू धर्म में मुहूर्त का अर्थ है — वह शुभ समय जब ग्रहों की चाल अनुकूल होती है और कार्य सफलता की दिशा में अग्रसर होता है। यही कारण है कि व्यापारी और निवेशक इस समय को देवी लक्ष्मी की कृपा का प्रतीक मानते हैं और “शुभ आरंभ” के लिए शेयर बाजार में निवेश करते हैं।

मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान निवेशक आमतौर पर कुछ विशेष शेयरों या स्वर्ण ईटीएफ में छोटी मात्रा में निवेश करते हैं, जिसे वे शुभ प्रतीक मानते हैं। इस दिन की ट्रेडिंग को केवल लाभ के लिए नहीं, बल्कि भविष्य की समृद्धि के लिए प्रतीकात्मक निवेश के रूप में देखा जाता है।


निवेशकों में दिखा उत्साह, बाजार में बढ़ा विश्वास

आज के सत्र में निवेशकों का उत्साह इस बात से भी झलकता रहा कि बाजार खुलते ही खरीदारी का दौर शुरू हो गया। खुदरा और संस्थागत निवेशकों ने तेजी से ऑर्डर लगाए। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही शुरुआती मिनटों से हरे निशान में बने रहे।

विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की आर्थिक स्थिति, विदेशी निवेश प्रवाह और लगातार बढ़ती कंपनियों की तिमाही आय ने बाजार की धारणा को मजबूत किया है। कई विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले महीनों में बाजार में और भी तेजी देखने को मिल सकती है।


ऐतिहासिक परंपरा और निवेश की भावना

मुहूर्त ट्रेडिंग की यह परंपरा 1955 में शुरू हुई थी, जब बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने पहली बार दिवाली पर विशेष ट्रेडिंग सत्र आयोजित किया था। तब से हर साल यह सत्र निवेशकों के लिए शुभ अवसर माना जाता है। इस दिन अधिकांश व्यापारी गणेश और लक्ष्मी पूजा के बाद बाजार में प्रवेश करते हैं और नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत करते हैं।

शेयर बाजार से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि इस परंपरा का उद्देश्य केवल व्यापारिक लाभ नहीं, बल्कि आर्थिक स्थिरता और सांस्कृतिक विश्वास को जोड़ना है। इस अवसर पर निवेशकों का मानना है कि “शुभ की शुरुआत शुभ निवेश से ही होती है।”


निवेशकों के लिए शुभ संकेत

विश्लेषकों का मानना है कि आज का सकारात्मक सत्र आने वाले कारोबारी सप्ताहों के लिए अच्छा संकेत है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की स्थिरता और घरेलू अर्थव्यवस्था के मजबूत संकेतों ने निवेशकों में विश्वास पैदा किया है।

वहीं, दिवाली के इस मौके पर छोटे निवेशकों के लिए यह अवसर नए वित्तीय संकल्पों की शुरुआत का भी प्रतीक बन गया।


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