विश्व में नई ताकत बनकर उभर रहा है भारत: भैयाजी जोशी ने कहा – दीपावली पर लें राष्ट्र निर्माण का संकल्प
देहरादून, 19 अक्टूबर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा देहरादून स्थित तिलक रोड मुख्यालय में आयोजित दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में राष्ट्रप्रेम और सांस्कृतिक एकता का अद्भुत संगम देखने को मिला। दीपों की रौशनी से सजा प्रांगण भारतीय संस्कृति और परंपरा की सजीव झांकी प्रस्तुत कर रहा था। कलाकारों ने भक्ति और देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रेम, स्नेह और एकता का संदेश दिया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भैयाजी जोशी ने कहा कि आज भारत हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है और विश्व में एक नई ताकत के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद गरीबी और संघर्ष में जूझता भारत आज विज्ञान, शिक्षा, कला, चिकित्सा और तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बन चुका है। भारत ने अपनी मेहनत, धैर्य और संस्कारों के बल पर यह मुकाम हासिल किया है।

उन्होंने कहा कि यह सही है कि भारत आज शक्ति और समृद्धि की ओर अग्रसर है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में आज भी मूलभूत सुविधाओं की कमी है। इस असमानता को दूर करने के लिए हर नागरिक को राष्ट्र के उत्थान में भागीदार बनना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम सभी को अपनी क्षमता के अनुरूप देश की सेवा में लगना चाहिए। जब हर भारतीय देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा के भाव से कार्य करेगा, तब भारत का हर कोना रोशनी से भर जाएगा।”
भैयाजी जोशी ने अपने संबोधन में भारत के इतिहास और उसकी अमरता का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत हजारों वर्षों तक गुलामी में रहा, लेकिन कभी नष्ट नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “इतिहास गवाह है कि जब अन्य सभ्यताएं आक्रमण और गुलामी के कारण मिट गईं, तब भी भारत अपनी पहचान के साथ खड़ा रहा। शक, हुण, कुषाण, मुगलों और अंग्रेज़ों के शासन काल में भी भारत ने अपने अस्तित्व को बनाए रखा और हर बार पहले से अधिक सशक्त होकर उभरा।”
भैयाजी जोशी ने धर्मांतरण के विषय पर कहा कि ईसाई मिशनरियों द्वारा किए जा रहे धर्मांतरण के प्रयास समाज में असंतुलन पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर उनका पहला हमला होता है, इसलिए हमें अपनी शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को सशक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक भारत अपनी जड़ों से जुड़ा रहेगा, तब तक कोई भी शक्ति उसकी संस्कृति को कमजोर नहीं कर सकती।

उन्होंने दीपावली के इस पावन अवसर पर आह्वान किया कि हर व्यक्ति इस दिन राष्ट्र निर्माण का संकल्प ले। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल व्यक्तिगत सुख नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र का उत्थान होना चाहिए। दीपावली का यह पर्व हमें अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का संदेश देता है, और यह प्रकाश तभी स्थायी होगा जब हम सब मिलकर भारत को आत्मनिर्भर और संस्कारित राष्ट्र बनाएंगे।”
कार्यक्रम में प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, और बड़ी संख्या में संघ के स्वयंसेवक व नागरिक उपस्थित रहे। पूरे कार्यक्रम के दौरान वातावरण में देशभक्ति और सांस्कृतिक गौरव का भाव स्पष्ट झलक रहा था। दीपों की उजास के बीच “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे गूंजते रहे।
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