- बिसातखाना बाजार में बुधवार शाम हुए धमाके से इलाके में दहशत फैल गई
कानपुर। शहर के व्यस्त मेस्टन रोड स्थित बिसातखाना बाजार में बुधवार शाम हुए धमाके से इलाके में दहशत फैल गई। प्रारंभिक जांच में यह विस्फोट पटाखों या कम तीव्रता वाले विस्फोटक (लो एक्सप्लोसिव) से हुआ बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस और खुफिया एजेंसियां किसी साजिश के एंगल को भी नज़रअंदाज़ नहीं कर रहीं। धमाके के बाद पुलिस, एलआईयू, एटीएस, मिलिट्री इंटेलिजेंस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस कमिश्नर ने खुद संभाली जांच, इलाके की कांबिंग
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि घटना के बाद पूरे इलाके में चौकसी बढ़ा दी गई है।
टीमों ने चौक, मिश्री बाजार और आसपास की गलियों में कांबिंग ऑपरेशन चलाकर संदिग्धों की तलाश शुरू की है।
क्षेत्र के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज कब्जे में लेकर उनका बारीकी से विश्लेषण किया जा रहा है।
पुलिस और एटीएस ने घटनास्थल के अलावा आसपास के इलाकों से भी साक्ष्य (evidence) जुटाए हैं।
फॉरेंसिक टीम ने बारूद के कण, विस्फोट के टुकड़े और जले हुए सामान के नमूने अपने कब्जे में लिए हैं।
धमाका दुकानों के बाहर खड़ी दो स्कूटी में हुआ
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाका शाम करीब 7 बजे हुआ जब बाजार में खरीदारी के लिए भीड़ लगी हुई थी।
विस्फोट दो स्कूटी में हुआ जो बिसातखाना की दुकानों के बाहर खड़ी थीं।
धमाके की आवाज़ इतनी तेज़ थी कि आस-पास की दुकानों के शटर हिल गए और दुकानों में रखे पटाखे, खिलौने, फूल और सजावटी सामान सड़क पर बिखर गए।
दोनों स्कूटी में चाबियां लगी हुई थीं, जिससे संदेह और गहरा गया है।
धमाके के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और इलाके को सील कर दिया गया।
कई थानों का पुलिस बल पहुंचा, अधिकारी मौके पर
विस्फोट की सूचना मिलते ही मूलगंज, कोतवाली, अनवरगंज और बादशाही नाका थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई।
मौके पर संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आशुतोष कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) विनोद कुमार सिंह, डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता, एडीसीपी एलआईयू महेश कुमार और एडीसीपी महिला अपराध डॉ. अर्चना सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे।
पूरे क्षेत्र को घेराबंदी कर जांच शुरू की गई। डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया, जिसने आसपास के इलाकों में बारूद और विस्फोटक पदार्थों की तलाश की।
बारूद से हुआ विस्फोट, लेकिन तीव्रता रही कम
फॉरेंसिक टीम ने स्कूटी के आसपास और दुकानों के सामने से बारूद के नमूने एकत्र किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, जांच में यह पुष्टि हुई है कि विस्फोट बारूद से हुआ, लेकिन उसकी तीव्रता बहुत अधिक नहीं थी।
यह संभव है कि इसमें कम गुणवत्ता वाला या सीमित मात्रा में विस्फोटक पदार्थ इस्तेमाल किया गया हो।
घटनास्थल पर अब भी बारूद की गंध और जलने के निशान मौजूद हैं।
कुछ खिलौने और पटाखे बिजली की तारों में जाकर लटक गए, जिससे साफ है कि विस्फोटक सामग्री आसपास के अन्य सामान के साथ मिश्रित थी।
साजिश से इंकार नहीं, त्योहारों के मद्देनज़र बढ़ी सतर्कता
पुलिस और खुफिया एजेंसियां फिलहाल किसी साजिश के कोण को खारिज नहीं कर रही हैं।
जांच अधिकारी मानते हैं कि दीपावली नज़दीक होने के कारण बाजार में भीड़ अधिक रहती है, इसलिए विस्फोट की टाइमिंग संदिग्ध है।
यह जांच की जा रही है कि क्या लाल या काली स्कूटी में रखे गए पटाखे जानबूझकर विस्फोट के लिए रखे गए थे या यह लापरवाही का नतीजा था।
सुरक्षा एजेंसियों ने आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है और दुकानदारों से अपील की है कि वे अपने प्रतिष्ठानों के बाहर कोई संदिग्ध वाहन या बैग न छोड़ें।
जांच जारी, फॉरेंसिक रिपोर्ट से खुलेगा सच
मामले की असली वजह का खुलासा फॉरेंसिक रिपोर्ट के आने के बाद ही हो सकेगा।
फिलहाल पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि “हर कोण से जांच जारी है, किसी भी साजिश को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाएगा। दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”