नवी मुंबई में बनेगा तीसरा मुंबई और पालघर में चौथा मुंबई, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया बड़ा ऐलान
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए कहा कि नवी मुंबई में तीसरा मुंबई और पालघर में चौथा मुंबई बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पालघर जिले के वाढ़वन बंदरगाह के पास एक एयरपोर्ट भी स्थापित किया जाएगा, जिससे राज्य में परिवहन और कनेक्टिविटी का ढांचा और भी मजबूत होगा।
यह घोषणा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनएमआईए), मुंबई मेट्रो लाइन-3 के आचार्य अत्रे चौक से कफ परेड खंड और ‘मुंबई वन’ एप के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित समारोह में की।
“नए युग की शुरुआत, सपनों को मिला आकार” – फडणवीस
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि आज का दिन महाराष्ट्र के विकास इतिहास में मील का पत्थर है। उन्होंने कहा,
“यह वह दिन है जब हमने वर्षों पहले जो सपना देखा था, वह आज साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों से जो योजनाएं हम सोच रहे थे, उनका उद्घाटन होते देखना गर्व का क्षण है।”
उन्होंने कहा कि नवी मुंबई हवाई अड्डा केवल एक परियोजना नहीं, बल्कि “नए भारत का प्रतीक” है। यह हवाई अड्डा 1990 के दशक में प्रस्तावित किया गया था, लेकिन वर्षों तक कागजों में ही अटका रहा।
“जब मोदीजी की सरकार केंद्र में और महाराष्ट्र में हमारी सरकार बनी, तब हमने इस हवाई अड्डे को प्रगति परियोजना के तहत शामिल करने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री ने इसे तुरंत मंजूरी दी और आवश्यक 8 एनओसी में से 7 ‘प्रगति बैठक’ से पहले ही मिल गईं, शेष मंजूरी भी 15 दिनों में पूरी हो गई। यह मोदीजी की दूरदर्शिता और कार्यकुशलता का परिणाम है।”
“नवी मुंबई एयरपोर्ट इंजीनियरिंग का संगमरमर है”
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवी मुंबई एयरपोर्ट इंजीनियरिंग का एक अद्भुत उदाहरण है। इसके निर्माण के लिए नदी को मोड़ना पड़ा, पहाड़ों को काटना पड़ा और भूगर्भीय चुनौतियों का समाधान करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह एयरपोर्ट 9 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता रखेगा और यह महाराष्ट्र के आर्थिक विकास की नई पहचान बनेगा।
“यह हवाई अड्डा केवल मुंबई ही नहीं, बल्कि पूरे पश्चिम भारत की अर्थव्यवस्था को गति देगा। यह परियोजना भारत की प्रगति का प्रतीक बनेगी।”
“मुंबई की सबसे बड़ी भूमिगत मेट्रो बनी वास्तविकता”
फडणवीस ने बताया कि 40 किलोमीटर लंबी मुंबई मेट्रो लाइन-3 का निर्माण कई चुनौतियों के बावजूद पूरा हुआ है। यह देश की सबसे बड़ी भूमिगत मेट्रो परियोजना है। उन्होंने कहा,
“यह मेट्रो परियोजना प्रधानमंत्री मोदी के आशीर्वाद से पूर्ण हुई। कई तकनीकी, प्रशासनिक और कानूनी बाधाओं को पार करने के बाद यह कार्य संभव हुआ।”
उन्होंने आगे कहा कि अब मुंबई का परिवहन ढांचा और अधिक एकीकृत होने जा रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया ‘मुंबई वन’ एप मेट्रो, बस, वाटर टैक्सी और लोकल ट्रेन जैसी सभी परिवहन सेवाओं को एक मंच पर उपलब्ध कराएगा। इससे मुंबईवासियों को “सुगम्य मुंबई” का सपना साकार होगा।
पालघर में ‘चौथा मुंबई’ और वाढ़वन में एयरपोर्ट
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि आने वाले वर्षों में महाराष्ट्र की विकास योजनाओं का केंद्र केवल मुंबई नहीं रहेगा, बल्कि इसका विस्तार पालघर और रायगढ़ जिलों तक होगा। उन्होंने बताया,
“हम नवी मुंबई हवाई अड्डे के पास तीसरा मुंबई और वाढ़वन बंदरगाह के पास चौथा मुंबई बना रहे हैं। पालघर जिले में यह नया ‘मेट्रोपॉलिटन हब’ महाराष्ट्र को नई पहचान देगा।”
उन्होंने बताया कि वाढ़वन बंदरगाह परियोजना पर कुल 76,220 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
बंदरगाह पर 9 कंटेनर टर्मिनल बनाए जाएंगे।
इनमें से 4 टर्मिनल 2029 तक और शेष 5 टर्मिनल 2034 तक तैयार हो जाएंगे।
बंदरगाह के पास एक अपतटीय (ऑफशोर) एयरपोर्ट भी स्थापित किया जाएगा, जिससे समुद्री और हवाई दोनों कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व सुधार होगा।
पनवेल-उरण में बनेगा ‘तीसरा मुंबई’, सिडको खर्च करेगा 12,000 करोड़
मुख्यमंत्री ने बताया कि नवी मुंबई के पनवेल और उरण तालुका में तीसरे मुंबई के विकास की योजना तैयार हो चुकी है।
“सिडको इन 23 गांवों के विकास के लिए 12,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा। यहां सड़कें, औद्योगिक क्षेत्र, आवासीय परियोजनाएं और शहरी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।”
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र नवी मुंबई एयरपोर्ट से सीधे जुड़ा होगा और आने वाले वर्षों में यह भारत के प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों में शामिल होगा।
“महाराष्ट्र को मिलेगा नया आर्थिक चेहरा”
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई महानगर क्षेत्र का यह विस्तार महाराष्ट्र को एक नई आर्थिक दिशा देगा। “तीसरा और चौथा मुंबई” बनने से रोजगार, व्यापार और पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाएं खुलेंगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से आज महाराष्ट्र न केवल बुनियादी ढांचे में बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक पुनर्जागरण की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
“मोदीजी ने हमेशा कहा है कि विकास तभी पूर्ण होता है जब हर क्षेत्र तक पहुंच बनाई जाए। नवी मुंबई, पालघर और वाढ़वन यही दृष्टि साकार कर रहे हैं।”
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