नेपाल में मतदान की उम्र घटी, अब 16 साल के युवा भी डाल सकेंगे वोट
काठमांडू, 25 सितंबर। नेपाल सरकार ने एक ऐतिहासिक और साहसिक कदम उठाते हुए मतदान करने की उम्र 18 वर्ष से घटाकर 16 वर्ष कर दी है। इस फैसले के साथ नेपाल दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जहां 16 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं को मतदान का अधिकार प्राप्त है।
यह निर्णय प्रधानमंत्री सुशीला कार्की द्वारा गुरुवार को राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान घोषित किया गया। इसके तुरंत बाद निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी करते हुए 16 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी युवाओं से मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने की अपील की।
युवाओं की मांग पर लिया गया फैसला
यह कदम मुख्यतः जेन जी आंदोलन के दबाव के बाद उठाया गया। हाल के महीनों में नेपाल के विभिन्न हिस्सों में युवाओं ने प्रदर्शन कर यह मांग की थी कि 16 वर्ष की आयु में ही मतदान का अधिकार दिया जाए। उनका तर्क था कि जब इस उम्र में युवा शिक्षा, रोजगार और सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकते हैं, तो उन्हें राजनीतिक प्रक्रिया में भी भागीदारी का अवसर मिलना चाहिए।

निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि 16 नवंबर तक सभी पात्र युवा अपने स्थानीय निर्वाचन कार्यालय या जिला प्रशासन कार्यालय में जाकर मतदाता पंजीकरण करा सकते हैं। इसके लिए सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।
साथ ही आयोग ने अपनी वेबसाइट के जरिए प्री-रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा भी दी है। पंजीकरण के समय युवाओं को बायोमैट्रिक और फोटो उपलब्ध कराना होगा।

दुनिया में कितने देशों में है 16 वर्ष की वोटिंग उम्र?
नेपाल का यह कदम वैश्विक स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। वर्तमान में केवल 10 देशों में ही मतदान की न्यूनतम आयु 16 वर्ष है। इनमें शामिल हैं –
- ब्राज़ील
- अर्जेंटीना
- ऑस्ट्रिया
- क्यूबा
- माल्टा
- इक्वाडोर
- निकारागुआ
आदि।
अब नेपाल भी इस सूची में शामिल हो गया है, जो इसे लोकतांत्रिक भागीदारी के नए प्रयोग का हिस्सा बनाता है।
क्या होगा असर?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस फैसले से नेपाल के युवा वोट बैंक की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।
- 16 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के लाखों युवा पहली बार मतदान करेंगे।
- राजनीतिक दलों को अब अपनी रणनीतियाँ और घोषणाएँ इस युवा वर्ग को ध्यान में रखकर बनानी होंगी।
- युवाओं की सीधी भागीदारी से राजनीति में पारदर्शिता और नए मुद्दों के आने की संभावना बढ़ेगी।
ऐतिहासिक संदर्भ
नेपाल ने 2008 में राजशाही खत्म करके लोकतंत्र को अपनाया था। तब से अब तक कई बार चुनावी प्रक्रिया में सुधार किए गए। लेकिन यह पहला अवसर है जब मतदान की न्यूनतम आयु घटाई गई है। इससे पहले भारत सहित अधिकांश देशों में यह आयु 18 वर्ष ही है।

नेपाल सरकार के इस निर्णय को लोकतांत्रिक प्रयोग के तौर पर देखा जा रहा है। अब आने वाले चुनावों में यह देखने योग्य होगा कि युवा शक्ति किस तरह से देश की राजनीति और नीतियों को दिशा देती है।
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