रायबरेली में राहुल गांधी के काफिले को विरोध, मंत्री दिनेश सिंह सड़क पर बैठे, पुलिस से धक्कामुक्की
रायबरेली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के रायबरेली दौरे की शुरुआत बुधवार को उस समय विवादों में घिर गई जब उनका काफिला विरोध प्रदर्शन की वजह से रोक दिया गया। योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह अपने समर्थकों के साथ अचानक सड़क पर धरने पर बैठ गए और “राहुल गांधी वापस जाओ” के नारे लगाने लगे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रास्ते से हटाने की कोशिश की तो भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच धक्कामुक्की की स्थिति बन गई।

सुबह से ही राहुल गांधी का व्यस्त कार्यक्रम
राहुल गांधी बुधवार सुबह करीब साढ़े 8 बजे दिल्ली स्थित अपने आवास से रायबरेली के लिए रवाना हुए। वे दिल्ली एयरपोर्ट से लखनऊ पहुंचे और फिर वहां से सड़क मार्ग से रायबरेली आए। रास्ते में हरचंदपुर में सपा नेताओं से मुलाकात करने के बाद उनका काफिला रायबरेली की ओर बढ़ा।

लेकिन जैसे ही काफिला रायबरेली जिले की सीमा में प्रवेश करने वाला था, मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और उनके समर्थकों ने अचानक रास्ता रोक लिया। करीब एक किलोमीटर पहले ही राहुल का काफिला थम गया और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
मंत्री दिनेश सिंह समर्थकों के साथ सड़क पर बैठ गए और लगातार नारेबाजी होती रही। भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ “राहुल गांधी वापस जाओ” और कांग्रेस विरोधी नारे लगाए। उनके अनुसार, राहुल गांधी रायबरेली की जनता को सिर्फ चुनाव के समय याद करते हैं, जबकि स्थानीय समस्याओं को कभी गंभीरता से नहीं लेते।

पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प
जब पुलिस प्रशासन ने मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को धरने से उठाने की कोशिश की, तो भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कुछ देर के लिए स्थिति बेकाबू हो गई और अफसरों को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा। बाद में पुलिस ने किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया और धीरे-धीरे काफिले को आगे बढ़ने दिया।
राहुल गांधी का रायबरेली दौरा
राहुल गांधी का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। वे 10 और 11 सितंबर को रायबरेली में रहेंगे।
- बूथ स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।
- प्रशासनिक दिशा बैठक में शामिल होंगे।
- विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
लोकसभा चुनाव में रायबरेली से जीत के बाद यह उनका छठा दौरा है। इससे पहले वे 29 और 30 अप्रैल को भी रायबरेली आए थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि राहुल गांधी लगातार संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं और इसी उद्देश्य से बार-बार दौरे कर रहे हैं।
राजनीतिक महत्व
रायबरेली कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ माना जाता है। हालांकि पिछले कुछ सालों से भाजपा ने इस सीट पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश तेज कर दी है। मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के विरोध प्रदर्शन को इसी सियासी लड़ाई का हिस्सा माना जा रहा है। भाजपा ने साफ संदेश दिया है कि वे राहुल गांधी की मौजूदगी को खुली चुनौती देने से पीछे नहीं हटेंगे।
वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि जनता भाजपा की नौटंकी समझती है और राहुल गांधी के स्वागत में भारी संख्या में लोग मौजूद हैं।
रायबरेली दौरे की शुरुआत से ही राहुल गांधी को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया और कार्यक्रम आगे बढ़ा, लेकिन यह साफ है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस और भाजपा के बीच रायबरेली की राजनीतिक जंग और भी तीखी होने वाली है।
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