- घनसाली के घुत्तू से देहरादून जा रही यात्रियों से भरी एक बस अचानक अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई
देहरादून। उत्तराखंड के ऋषिकेश-चंबा-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। घनसाली के घुत्तू से देहरादून जा रही यात्रियों से भरी एक बस अचानक अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 13 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत नाजुक बनी हुई है।
नागनी और आमसेरा के बीच हुआ हादसा
हादसा नागनी और आमसेरा के बीच हुआ, जो इस मार्ग का बेहद संकरा और घुमावदार हिस्सा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस मोड़ पर पहुंचते ही अचानक तेज रफ्तार के कारण नियंत्रण खो बैठी और सड़क पर पलट गई। पलटते ही बस में चीख-पुकार मच गई। आसपास के ग्रामीण और राहगीर तुरंत घटनास्थल की ओर दौड़े और स्थानीय लोगों की मदद से घायल यात्रियों को बाहर निकाला।
तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों और राहत दल ने संयुक्त रूप से घायलों को एंबुलेंस की मदद से चंबा और ऋषिकेश के अस्पतालों में पहुंचाया।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों की पहचान की जा रही है। घायलों में कुछ की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है।
बस में सवार थे ज्यादातर स्थानीय यात्री
मिली जानकारी के मुताबिक, बस में ज्यादातर यात्री घनसाली और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से देहरादून जाने वाले थे। कई यात्री सरकारी कामकाज और निजी कार्यों के लिए देहरादून जा रहे थे।
हादसे के समय बस में 30 से अधिक यात्री सवार थे। हालांकि, कई लोग मामूली चोटिल हुए हैं जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
संभावित कारण: तेज रफ्तार और संकरा मोड़
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस जगह यह हादसा हुआ, वहां सड़क काफी संकीर्ण और खतरनाक मोड़ है। बारिश के कारण सड़क फिसलन भरी होने से हादसे की संभावना और बढ़ गई।
पुलिस प्राथमिक जांच में मान रही है कि बस चालक तेज रफ्तार में वाहन चला रहा था, जिसके चलते मोड़ पर बस का संतुलन बिगड़ गया और यह सड़क पर पलट गई।
त्योहारों से पहले बढ़ी बसों की आवाजाही
आगामी त्योहारों और यात्राओं के सीजन को देखते हुए इस रूट पर बसों की संख्या बढ़ा दी गई है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री इस मार्ग से देहरादून और अन्य स्थानों की ओर यात्रा करते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि पर्वतीय सड़कों पर वाहनों की तेज रफ्तार हादसों को आमंत्रण देती है। उन्होंने प्रशासन से सड़क सुरक्षा नियमों के सख्त पालन की मांग की है।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
हादसे के बाद जिला प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
जिला अधिकारी ने कहा कि बस की फिटनेस, चालक की योग्यता और सड़क की स्थिति की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने की सड़क सुधार की मांग
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की कि इस मार्ग के खतरनाक मोड़ों पर सुरक्षा बैरियर और चेतावनी संकेत लगाए जाएं। ग्रामीणों का कहना है कि इस स्थान पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन अब तक सुधार के ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।