जोधपुर में संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक शुरू, 32 संगठनों के पदाधिकारी शामिल
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक शुक्रवार को शुरू हो गई। बैठक का शुभारंभ संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। इस बैठक में संघ और उससे जुड़े 32 संगठनों के अखिल भारतीय पदाधिकारी भाग ले रहे हैं।
बैठक का प्रारंभ और उद्देश्य
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि बैठक का आरंभ संगठन मंत्र के सामूहिक वाचन से हुआ। इसके बाद प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए नए प्रयोगों और प्रयासों का विवरण साझा किया। बैठक का उद्देश्य विभिन्न संगठनों के अनुभवों का आदान-प्रदान करना, दिशा-निर्धारण करना, सुझाव देना और समन्वय को बढ़ावा देना है।
प्रमुख सहभागी और संगठन
बैठक में संघ के सभी 6 सह सरकार्यवाह और कई प्रमुख संगठन प्रमुख उपस्थित हैं। इसमें शामिल हैं:
- विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार और संगठन मंत्री मिलिंद परांडे
- राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांता अक्का और प्रमुख कार्यवाहिका ए. सीता गायत्री
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही और संगठन मंत्री आशीष चौहान
- सक्षम के अध्यक्ष डॉ. दयाल सिंह पवार और संगठन मंत्री चंद्रशेखर
- पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष ले.ज. विष्णुकांत चतुर्वेदी
- भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष
- वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह और संगठन मंत्री अतुल जोग
- सीमा जागरण मंच के संयोजक मुरलीधर
इन प्रमुख प्रतिनिधियों ने बैठक में अपनी-अपनी जिम्मेदारियों, अनुभव और रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की।
पंच परिवर्तन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा
बैठक में पंच परिवर्तन (सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवन, स्व आधारित रचना, नागरिक कर्तव्य पालन) पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही संघ शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के प्रयासों पर भी विचार-विमर्श होगा।
बैठक के दौरान अनुभवों का आदान-प्रदान, सुझाव और समन्वय की दिशा तय की जाएगी। यह बैठक 7 सितंबर को समाप्त होगी।

सांस्कृतिक और ऐतिहासिक सज्जा
बैठक परिसर को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से सजाया गया है। प्रवेश मार्ग में रानी अबक्का द्वार और हल्दीघाटी द्वार के माध्यम से सभागार में प्रवेश की रचना की गई है। इसके अलावा भक्तिमती मीरा बाई और खेजड़ली की पर्यावरण बलिदानी अमृता देवी की सुंदर रंगोली से परिसर को सजाया गया है। यह सज्जा संघ के मूल्यों और भारतीय इतिहास की वीरता को दर्शाती है।
निष्कर्ष
जोधपुर में आयोजित यह समन्वय बैठक संघ और उसके संबद्ध संगठनों के लिए अनुभव साझा करने, नई रणनीतियों को विकसित करने और राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय बढ़ाने का महत्वपूर्ण अवसर है। तीन दिवसीय बैठक में संगठनात्मक कार्यों, सामाजिक परिवर्तन और शिक्षा नीति से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर व्यापक चर्चा की जाएगी।
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