बारिश का कहर: छत्तीसगढ़ में बांध टूटा, पंजाब में बाढ़ से 30 मौतें, दिल्ली-हरियाणा में संकट
नई दिल्ली। सितंबर की शुरुआत में ही आसमान से आफत बरस रही है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी राज्यों तक लगातार हो रही तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कहीं बांध टूटने से मौतें हो रही हैं, तो कहीं नदियां उफान पर आकर गांव-शहर डुबो रही हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, बिहार और उत्तर प्रदेश में हालात गंभीर बने हुए हैं।
पंजाब में आपदा की घोषणा, 30 की मौत
पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में है। यहां सभी 23 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है। 1200 से ज्यादा गांवों में पानी भर गया है, जिससे हजारों परिवार बेघर हो गए हैं। अब तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 3 लोग लापता हैं। पंजाब सरकार ने हालात की गंभीरता देखते हुए पूरे राज्य को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है। राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज 7 सितंबर तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

हरियाणा में गांव-गांव पानी, स्कूल बंद
हरियाणा के झज्जर, हिसार, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, अंबाला और पंचकूला जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यहां 3 से 5 फीट तक पानी भर गया है। सैकड़ों घरों में पानी घुस आया है, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो गए हैं। अंबाला जिले में हालात सबसे गंभीर बताए जा रहे हैं। राज्यभर में 200 से ज्यादा स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

दिल्ली में यमुना का पानी घरों में घुसा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी इस बार बाढ़ के संकट से जूझ रही है। लगातार बारिश और हरियाणा से छोड़े गए पानी के चलते यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यमुना का पानी कई इलाकों में घरों और दुकानों तक पहुंच गया है। दिल्ली सरकार ने राहत शिविर लगाए हैं और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।

छत्तीसगढ़ में बांध टूटा, सात की मौत
छत्तीसगढ़ से सबसे दर्दनाक खबर आई, जहां एक बांध टूटने से सात लोगों की जान चली गई। अचानक पानी का तेज बहाव आसपास के गांवों में फैल गया, जिससे भारी तबाही मची। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्यों में जुटी हैं।

मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री की आपात समीक्षा बैठक
मध्यप्रदेश में भी लगातार बारिश ने जलाशयों को खतरनाक स्तर तक भर दिया है। कई नदियां उफान पर हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवास स्थित समत्व भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर बाढ़ प्रभावित जिलों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने तथा किसानों के लिए उर्वरक वितरण की स्थिति पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

पहाड़ी राज्यों में आफत
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश से भूस्खलन, बादल फटने और सड़क अवरुद्ध होने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। इन राज्यों में सैकड़ों सड़कें बंद हो गई हैं और कई गांवों का संपर्क टूट गया है। वहीं, बिहार और उत्तर प्रदेश में गंगा और उसकी सहायक नदियों के उफान ने बाढ़ की आशंका और बढ़ा दी है।

हालात चिंताजनक
देश के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ की यह स्थिति सिर्फ जनजीवन को प्रभावित नहीं कर रही, बल्कि कृषि और बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि बारिश का यह दौर जारी रहा तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
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