September 17, 2025 1:11 AM

पीएम मोदी ने बिहार में ‘जीविका निधि साख सहकारी संघ’ का शुभारंभ किया, महिलाओं के सशक्तिकरण पर दिया जोर

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बिहार में पीएम मोदी ने जीविका निधि साख सहकारी संघ का शुभारंभ किया, महिलाओं को 105 करोड़ की सौगात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी पहल की शुरुआत की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड’ का शुभारंभ किया और महिला स्वयं सहायता समूहों को 105 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की। यह पहल ग्रामीण महिलाओं को डिजिटल माध्यम से आसान ऋण उपलब्ध कराने और उनकी आजीविका को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से शुरू की गई है।

इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 1,000 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जिससे महिलाओं को ऋण प्राप्त करने में सरलता होगी और वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगी।


बिहार की महिलाओं के लिए नई सुविधा

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मंगलवार का दिन बिहार की माताओं और बहनों के लिए एक मंगलकारी शुरुआत लेकर आया है। उन्होंने कहा कि अब गांव-गांव की महिलाएं ‘जीविका निधि साख सहकारी संघ’ के माध्यम से आसानी से ऋण सहायता प्राप्त कर सकेंगी।
उन्होंने इस पहल के डिजिटल स्वरूप की भी सराहना की और कहा कि तकनीक की मदद से पारदर्शिता और सरलता सुनिश्चित होगी।


महिला सशक्तिकरण ही विकसित भारत का आधार

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में महिला सशक्तिकरण एक मजबूत आधार है। उन्होंने महिलाओं के जीवन से कठिनाइयों को कम करने के लिए केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया।

  • शौचालय निर्माण से महिलाओं को खुले में शौच की मजबूरी से मुक्ति मिली।
  • प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बनाए गए पक्के घरों में महिलाओं के नाम को प्राथमिकता दी गई, जिससे घर में उनकी निर्णय लेने की भूमिका मजबूत हुई।
  • मुफ्त राशन योजना ने घर-घर की माताओं को इस चिंता से राहत दी कि उनके बच्चों को भोजन कैसे मिलेगा।
  • सरकार महिलाओं को ‘लखपति दीदी’, ‘ड्रोन दीदी’ और ‘बैंक सखी’ बनाकर उनकी आय के अवसर बढ़ा रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सभी प्रयास माताओं और बहनों की सेवा का एक बड़ा महायज्ञ हैं और आने वाले महीनों में बिहार की एनडीए सरकार इस अभियान को और तेज करेगी।


बिहार की सांस्कृतिक परंपराओं का उल्लेख

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में नवरात्र का पावन पर्व आरंभ होगा। पूरे देश में जहां मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होगी, वहीं बिहार और पुरबिया इलाके में ‘सतबहिनी पूजा’ की परंपरा भी निभाई जाती है। यह परंपरा मां और बहनों के प्रति श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है।


विपक्ष पर कड़ा प्रहार, मां पर की गई टिप्पणी का जिक्र

अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी भावुक भी हो गए। उन्होंने हाल ही में बिहार में विपक्षी दलों द्वारा उनकी मां के प्रति की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए कहा—
“बिहार में राजद-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं। यह अपमान केवल मेरी मां का नहीं, बल्कि देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस घटना ने उन्हें गहरा आहत किया है। उन्होंने कहा—
“मुझे पता है कि यह सुनकर आपको भी उतना ही दुख हुआ होगा, जितना मुझे हुआ है। मैं आज बिहार की लाखों माताओं-बहनों के सामने अपना दर्द साझा कर रहा हूं, ताकि आपके आशीर्वाद से इस पीड़ा को सहन कर सकूं।”


निष्कर्ष

बिहार में शुरू हुई यह योजना ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और डिजिटल समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे ‘विकसित भारत’ की नींव बताया और कहा कि महिला सशक्तिकरण के बिना प्रगति अधूरी है। वहीं, अपनी मां पर विपक्षी हमलों को लेकर उन्होंने जनता के साथ अपनी पीड़ा साझा करते हुए इसे पूरे समाज की माताओं-बहनों का अपमान बताया।



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