आतंकवाद पर दोहरे मानदंड अस्वीकार्य, मानवता के लिए साझा चुनौती – प्रधानमंत्री मोदी
एससीओ शिखर सम्मेलन: मोदी का दो-टूक संदेश, आतंकवाद पर दोहरे मानदंड अस्वीकार्य
तियानजिन/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को 25वें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में दुनिया के सामने भारत की स्पष्ट और दो-टूक नीति रखी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद किसी एक देश के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए चुनौती है। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा – “यह घटना केवल भारत की आत्मा पर आघात नहीं थी, बल्कि मानवता में विश्वास रखने वाले हर देश और हर व्यक्ति के लिए चुनौती थी। आतंकवाद पर किसी भी प्रकार के दोहरे मानदंड स्वीकार्य नहीं होंगे।”

🔑 प्रधानमंत्री मोदी के मुख्य संदेश
- आतंकवाद पर स्पष्ट रुख – किसी भी तरह का दोहरा रवैया अस्वीकार्य।
- वैश्विक संस्थानों में सुधार – संयुक्त राष्ट्र सहित पुराने ढाँचों को बदलने का आह्वान।
- सुरक्षा, शांति और स्थिरता – किसी भी देश के विकास की असली नींव।
- वैश्विक दक्षिण की आवाज़ – नई पीढ़ी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
- मजबूत संपर्क – व्यापार ही नहीं, विश्वास और विकास का भी आधार।
- संप्रभुता का सम्मान – हर साझेदारी और संपर्क प्रयास में अनिवार्य।
- भारत का निमंत्रण – “भारत की विकास यात्रा से जुड़ें, अवसर अनंत हैं।”
🤝 मोदी–पुतिन मुलाकात: यूक्रेन युद्ध जल्द खत्म करने की अपील
एससीओ सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय बैठक की। मोदी ने पुतिन से कहा कि यूक्रेन संघर्ष जल्द समाप्त होना चाहिए और एक स्थायी शांति समाधान की दिशा में प्रयास होने चाहिए। दोनों नेताओं ने ऊर्जा, आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने पर सहमति जताई।

बैठक की दिलचस्प झलक भी सामने आई—पुतिन ने मोदी के साथ एक ही कार से यात्रा करने के लिए उन्हें 10 मिनट तक इंतजार किया। दोनों नेताओं ने कार में ही लगभग 45 मिनट तक चर्चा जारी रखी। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि “पुतिन के साथ बातचीत हमेशा ज्ञानवर्धक होती है।”

📸 अनौपचारिक लम्हे: मोदी, पुतिन और जिनपिंग की सहज बातचीत
सम्मेलन के औपचारिक सत्रों से इतर प्रधानमंत्री मोदी, पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की हंसी-मजाक और सहज वार्ता की तस्वीरें सामने आईं। इन दृश्यों ने यह संकेत दिया कि वैश्विक चुनौतियों के बीच भी शीर्ष नेतृत्व आपसी संवाद और समझ को महत्व देता है।


PM @narendramodi, Chinese President Xi Jinping, Russian President Vladimir Putin, and other Heads of State and Government pose for a family photograph at the Shanghai Cooperation Organization (SCO) Summit in Tianjin, China.@MEAIndia @PMOIndia @EOIBeijing #SCOSummit2025… pic.twitter.com/NhfTqFh8Di
— DD News (@DDNewslive) September 1, 2025
🇵🇰 पाकिस्तान को नजरअंदाज!
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी एससीओ सम्मेलन में मौजूद थे, लेकिन एक तस्वीर में देखा गया कि मोदी और पुतिन गहन वार्ता करते हुए आगे बढ़ रहे थे, जबकि शहबाज शरीफ पीछे खड़े होकर केवल देख रहे थे। दोनों नेताओं ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया। यह दृश्य अपने आप में एक बड़ा राजनीतिक संदेश माना जा रहा है।

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