October 27, 2025 8:23 AM

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ी

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छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ी

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई लगातार सुर्खियों में है। इसी क्रम में शनिवार को अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की न्यायिक हिरासत को 14 दिन और बढ़ा दिया है। अदालत का यह आदेश बघेल परिवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि परिजन जमानत की उम्मीद लगाए बैठे थे। अब अगली सुनवाई 6 सितंबर को होगी।

ईडी की दलील और अदालत का फैसला

ईडी के वकील सौरभ पांडे ने अदालत को बताया कि शराब घोटाले की जांच के दौरान चैतन्य बघेल की भूमिका सामने आई है और वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। अदालत के समक्ष पेशी के दौरान ईडी ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग की, जिसे स्वीकार कर लिया गया। इससे पहले चैतन्य बघेल पांच दिन की पुलिस रिमांड पर थे, जिसकी अवधि शनिवार को पूरी हुई।

जन्मदिन पर हुई थी गिरफ्तारी

गौरतलब है कि ईडी ने चैतन्य बघेल को 18 जुलाई, उनके जन्मदिन के दिन ही गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से ही वे लगातार ईडी की रिमांड और न्यायिक हिरासत में हैं। इससे पहले 18 अगस्त को ईडी ने पांच दिन की रिमांड हासिल की थी, जिसके बाद उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ पूरी होने पर शनिवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से 14 दिन की नई न्यायिक हिरासत का आदेश जारी हुआ।

शराब घोटाले में बघेल परिवार पर दबाव

इस मामले ने न केवल राज्य की राजनीति को गरमा दिया है, बल्कि बघेल परिवार पर भी बड़ा दबाव बना दिया है। भूपेश बघेल, जो राज्य में कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उनके बेटे की गिरफ्तारी से राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है। विपक्ष इसे कांग्रेस शासनकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार का सबूत बता रहा है, वहीं कांग्रेस पार्टी इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दे रही है।

जांच में नए खुलासों की संभावना

सूत्रों के अनुसार, ईडी को उम्मीद है कि आगे की पूछताछ में और कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं। एजेंसी इस बात की पड़ताल कर रही है कि कथित शराब घोटाले में चैतन्य बघेल की सीधी संलिप्तता कितनी गहरी है और इसके पीछे और कौन-कौन शामिल हो सकते हैं।

राजनीतिक हलचल और आगामी रणनीति

चैतन्य बघेल की न्यायिक हिरासत बढ़ने के बाद यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ेगा। विपक्ष लगातार कांग्रेस नेतृत्व पर हमलावर है, जबकि कांग्रेस इस पूरे घटनाक्रम को केंद्र सरकार की राजनीतिक साजिश बता रही है। अदालत में अगली सुनवाई 6 सितंबर को होगी और तब तक चैतन्य बघेल जेल में ही रहेंगे।


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