October 15, 2025 8:56 PM

व्हाइट हाउस में ट्रंप–जेलेंस्की बैठक, रूस-यूक्रेन युद्धविराम पर बनी सहमति की संभावना

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व्हाइट हाउस में ट्रंप–जेलेंस्की बैठक | रूस-यूक्रेन युद्धविराम पर सहमति की संभावना

वॉशिंगटन। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात की। इस अहम बैठक का मुख्य एजेंडा रूस–यूक्रेन युद्ध को रोकने और स्थायी शांति स्थापित करने का रहा।

बैठक में यूरोप के कई शीर्ष नेता भी शामिल हुए, ताकि शांति वार्ता का दायरा केवल अमेरिका और यूक्रेन तक सीमित न रहकर व्यापक स्तर पर आगे बढ़े। सबसे पहले नाटो महासचिव मार्क रुटे व्हाइट हाउस पहुंचे, इसके बाद यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी भी शामिल हुईं।

यह पिछले सात महीनों में ट्रंप और जेलेंस्की की तीसरी सीधी बातचीत है। पिछली बार दोनों नेताओं के बीच कड़ी बहस हुई थी, इसलिए इस बार यूरोपीय नेताओं की मौजूदगी को माहौल संतुलित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

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जेलेंस्की की नई छवि और हल्की-फुल्की बातचीत

बैठक से पहले पत्रकार ब्रायन ग्लेन ने जेलेंस्की की तारीफ की कि वह इस बार काले सूट में बेहद अच्छे लग रहे हैं। ग्लेन ने पहले उनकी सैन्य वर्दी पर सवाल उठाए थे। ट्रंप ने भी मजाक में पत्रकार की बात का समर्थन किया। खुद जेलेंस्की ने भी हंसते हुए कहा, “आप तो वही सूट पहने हैं, मैंने तो बदल लिया।”

अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों ने पहले से तय किया था कि इस बार जेलेंस्की अपने पारंपरिक सैन्य स्वेटशर्ट की बजाय औपचारिक सूट पहनेंगे, ताकि बैठक का संदेश अधिक सकारात्मक और कूटनीतिक हो।


ट्रंप का दावा – “अगर जेलेंस्की चाहें तो जंग तुरंत खत्म होगी”

एक पत्रकार ने ट्रंप को उनका पुराना बयान याद दिलाया, जिस पर उन्होंने दोहराया कि युद्ध खत्म करने की “अच्छी संभावना” है। ट्रंप ने कहा कि रूस, यूक्रेन और अमेरिका की एक त्रिपक्षीय बैठक होगी, जहां युद्धविराम पर ठोस प्रगति हो सकती है।

ट्रंप ने साफ किया कि परिणाम चाहे जो भी हो, अमेरिका यूक्रेन का समर्थन करता रहेगा। उन्होंने कहा, “यह कभी अंत नहीं होगा जब तक लोग मर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि इसे जल्द से जल्द रोका जाए।”


पुतिन और यूरोप पर चर्चा

ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन की तारीफ करते हुए कहा कि अलास्का में उनसे मुलाकात आसान नहीं थी, लेकिन वे आए, क्योंकि वे भी युद्ध नहीं चाहते। ट्रंप ने साथ ही यूरोप को भी संदेश दिया कि वहां की जनता शांति चाहती है और युद्ध रोकना ही सबके हित में है।

यूरोपीय नेताओं ने इस बैठक में स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी दिलाना है, ताकि भविष्य में रूस की आक्रामकता को रोका जा सके। उनका मानना है कि बिना मजबूत गारंटी के शांति समझौता लंबे समय तक टिक नहीं पाएगा।


ट्रंप की शर्तें और जेलेंस्की की प्रतिक्रिया

बैठक से पहले ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि यूक्रेन को समझौते के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने संकेत दिया कि क्रीमिया वापस पाना संभव नहीं और न ही यूक्रेन का नाटो में शामिल होना।

जेलेंस्की ने इसका जवाब देते हुए कहा कि शांति स्थायी और टिकाऊ होनी चाहिए। “हम ऐसा समझौता नहीं कर सकते जो रूस को दोबारा हमला करने का मौका दे। क्रीमिया और डोनबास यूक्रेन का हिस्सा हैं और रहेंगे।”


मैदान पर युद्ध जारी

जहां वॉशिंगटन में वार्ता हो रही थी, वहीं दूसरी ओर यूक्रेन में हमले जारी रहे। रविवार रात रूस ने खारकीव पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया। इसमें सात लोगों की मौत हुई, जिनमें एक बच्चा और किशोर शामिल थे। 20 से ज्यादा लोग घायल हुए।

यूक्रेन की वायुसेना ने बताया कि रूस ने 140 ड्रोन और कई मिसाइलें दागीं, जिनमें से 88 को नष्ट कर दिया गया। ये घटनाएं दिखाती हैं कि शांति वार्ता का रास्ता अभी लंबा और कठिन है।


व्हाइट हाउस में हुई यह बहुपक्षीय बैठक यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। हालांकि, ट्रंप और जेलेंस्की के बयानों से साफ है कि समझौते की शर्तों पर मतभेद बरकरार हैं। यूरोप सुरक्षा गारंटी पर जोर दे रहा है, वहीं रूस डोनबास पर नियंत्रण की मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं।

फिलहाल, उम्मीद यही है कि प्रस्तावित त्रिपक्षीय बैठक (अमेरिका–रूस–यूक्रेन) शांति प्रक्रिया को ठोस दिशा दे सके।


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