युवा टीम ने दिखाई grit और guts
ओवल टेस्ट में भारत की ऐतिहासिक जीत, सीरीज 2-2 से बराबर, सिराज बने हीरो
लंदन के ओवल मैदान पर भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और निर्णायक टेस्ट में 6 रन से शानदार जीत दर्ज की। इस जीत ने न केवल मुकाबले को ऐतिहासिक बना दिया, बल्कि 5 मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को 2-2 की बराबरी पर समाप्त कर भारत ने इस सीरीज में अपनी दृढ़ता और साहस का अद्भुत प्रदर्शन किया।
A thrilling end to a captivating series 🙌#TeamIndia win the 5th and Final Test by 6 runs
— BCCI (@BCCI) August 4, 2025
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आखिरी दिन का रोमांच: 35 रन बनाना था, 4 विकेट बाकी थे
सोमवार को जब मैच का आखिरी दिन शुरू हुआ, इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 35 रन की दरकार थी और उसके 4 विकेट बाकी थे। सभी को लगा कि यह इंग्लैंड की झोली में जाने वाला आसान मौका है, लेकिन मोहम्मद सिराज ने इस विश्वास को पलट दिया। सिराज ने 3 विकेट लेकर इंग्लिश खेमे में ऐसी खलबली मचाई कि पूरा समीकरण बदल गया। प्रसिद्ध कृष्णा ने एक और विकेट लेकर भारत को 6 रन से ऐतिहासिक जीत दिला दी।

पहले दिन से आखिरी ओवर तक सांस रोक देने वाला संघर्ष
इस मैच की शुरुआत इंग्लैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी से की थी। भारत की पहली पारी 224 रन पर सिमट गई। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 247 रन बनाकर 23 रन की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद भारत की दूसरी पारी निर्णायक साबित हुई, जिसमें टीम ने संयम और आक्रमण का बेहतरीन तालमेल दिखाते हुए 396 रन बनाए।
यानी इंग्लैंड को जीत के लिए 374 रनों का विशाल लक्ष्य मिला। पहले तीन विकेट जल्दी गिरने के बावजूद जो रूट और हैरी ब्रूक की शतक पारियां इंग्लैंड को जीत के करीब ले गईं। लेकिन जैसे ही ब्रूक आउट हुए, भारत ने मैच की कमान थाम ली और 367 रन पर पूरी इंग्लिश टीम को समेट दिया।

सिराज का कहर और गेंदबाजों की एकजुटता
मोहम्मद सिराज ने इस मैच में दूसरी पारी में 5 विकेट झटके और निर्णायक भूमिका निभाई। प्रसिद्ध कृष्णा ने 4 विकेट चटकाए और आकाश दीप को एक विकेट मिला। इन तीनों तेज़ गेंदबाजों ने मिलकर इंग्लैंड की मजबूत बल्लेबाज़ी को जकड़ लिया। खास बात यह रही कि यह जीत भारत की युवा और अपेक्षाकृत अनुभवहीन गेंदबाजी यूनिट की बदौलत मिली।



कप्तान शुभमन गिल की कप्तानी में युवा जोश का कमाल
टीम की कप्तानी कर रहे शुभमन गिल ने कहा, “हम जानते थे कि इंग्लैंड दबाव में है और हमारा लक्ष्य था उस दबाव को बरकरार रखना। सिराज और प्रसिद्ध जैसे गेंदबाज जब गेंदबाजी कर रहे होते हैं, तो कप्तान को चिंता करने की जरूरत नहीं होती। इस जीत से मैं गर्वित हूं।”
गिल के नेतृत्व में भारत की यह युवा टीम आलोचकों के हर सवाल का माकूल जवाब लेकर सामने आई। दौरे की शुरुआत में जब कई सीनियर खिलाड़ी चोटिल या अनुपलब्ध थे, तब यही युवा चेहरों ने मोर्चा संभाला और सीरीज को ड्रॉ करा कर वापसी का संदेश दिया।



इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की प्रतिक्रिया
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने हार पर निराशा जताते हुए कहा, “हम सीरीज जीतना चाहते थे। हमारे लिए यह नतीजा निराशाजनक है। शुरुआत में एक गेंदबाज की चोट ने संतुलन बिगाड़ा और बाकी गेंदबाजों पर दबाव बढ़ गया। लेकिन भारत ने जिस तरह का खेल दिखाया, वह काबिल-ए-तारीफ है।”
सीरीज का समीकरण
- पहला टेस्ट: इंग्लैंड विजेता
- दूसरा टेस्ट: भारत विजेता
- तीसरा टेस्ट: इंग्लैंड विजेता
- चौथा टेस्ट: ड्रॉ
- पाँचवां टेस्ट: भारत विजेता
स्कोर का लेखा-जोखा
- भारत पहली पारी: 224
- इंग्लैंड पहली पारी: 247
- भारत दूसरी पारी: 396
- इंग्लैंड दूसरी पारी: 367
जो रूट और ब्रूक की शतक पारियां भी ना बचा सकीं हार
इंग्लैंड की ओर से जो रूट ने 105 रन और हैरी ब्रूक ने 111 रन बनाए। इन दोनों की साझेदारी ने भारत को असहज किया, लेकिन जैसे ही ब्रूक आउट हुए, इंग्लैंड की पारी चरमराने लगी। आखिरी विकेट के रूप में जैसे ही गस एटकिंसन सिराज की यॉर्कर पर क्लीन बोल्ड हुए, पूरे भारतीय खेमे में जश्न का विस्फोट हो गया।
प्लेइंग-11 की बात
भारत: शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, करुण नायर, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज, आकाशदीप, प्रसिद्ध कृष्णा।
इंग्लैंड: ओली पोप (कप्तान), जैक क्रॉली, बेन डकेट, जो रूट, हैरी ब्रूक, जैकब बेथेल, जैमी स्मिथ (विकेटकीपर), क्रिस वोक्स, गस एटकिंसन, जैमी ओवर्टन, जोश टंग।

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