August 2, 2025 4:38 AM

डोनाल्ड ट्रम्प का दोहरा रुख: भारत पर 25% टैरिफ, पाकिस्तान के साथ तेल समझौते का ऐलान, नोबेल नामांकन पर भी चर्चा

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ट्रम्प का बड़ा ऐलान: भारत पर 25% टैरिफ, पाकिस्तान से ऑयल डील, नोबेल नामांकन भी

वॉशिंगटन/नई दिल्ली/इस्लामाबाद। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को एक के बाद एक कई चौंकाने वाले ऐलान किए, जिससे दक्षिण एशिया की राजनीति, कूटनीति और व्यापारिक समीकरणों में हलचल मच गई है। उन्होंने भारत पर 1 अगस्त से 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के साथ एक अहम तेल समझौते की घोषणा कर दी। इसके साथ ही पाकिस्तान सरकार ने ट्रम्प को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किए जाने की जानकारी भी सार्वजनिक की है।


भारत पर टैरिफ: हथियार और तेल खरीद को बताया कारण

ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भारत रूस से हथियार और तेल खरीद रहा है, जो अमेरिका की विदेश नीति के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत अमेरिका से व्यापार तो करता है, लेकिन रणनीतिक स्तर पर रूस के साथ खड़ा नजर आता है। इसी वजह से अमेरिका ने फैसला किया है कि 1 अगस्त 2025 से भारत के सामानों पर 25% टैरिफ लागू किया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार घाटा काफी अधिक है और यह अमेरिका के लिए एकतरफा नुकसानदायक स्थिति है। उनका दावा है कि यह टैरिफ नीति व्यापार संतुलन की दिशा में एक जरूरी कदम है।


पाकिस्तान के साथ तेल समझौते की घोषणा

इसी दिन ट्रम्प ने एक और बड़ा ऐलान किया कि अमेरिका और पाकिस्तान मिलकर पाकिस्तान में मौजूद विशाल तेल भंडारों का विकास करेंगे। ट्रम्प ने लिखा:

“हमने पाकिस्तान के साथ एक डील फाइनल की है, जिसमें अमेरिका और पाकिस्तान मिलकर वहां के विशाल तेल भंडारों का विकास करेंगे। एक अमेरिकी तेल कंपनी को इस साझेदारी के लिए चुना जाएगा। शायद एक दिन वे भारत को भी तेल बेचें।”

इस बयान ने दोनों देशों के आर्थिक संबंधों में एक नया अध्याय खोलने की संभावना जता दी है।


पाकिस्तान को मिला समुद्री तेल भंडार

पाकिस्तान के समुद्री क्षेत्र में पिछले साल सितंबर में एक बड़ा तेल और गैस भंडार खोजा गया था। डॉन समाचार पत्र के अनुसार, इस खोज के लिए पिछले तीन सालों तक एक सहयोगी देश के साथ मिलकर गहराई से सर्वे किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह भंडार पूरी तरह सक्रिय होता है, तो यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तेल और गैस भंडार बन सकता है।

हालांकि, इस भंडार को व्यावसायिक रूप से उपयोग में लाने में अभी वक्त लगेगा। इसके लिए:

  • करीब 42,000 करोड़ रुपये की रिसर्च और इंफ्रास्ट्रक्चर लागत अनुमानित है।
  • 4 से 5 साल का समय खुदाई और उत्पादन प्रक्रिया में लग सकता है।

पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसे ‘ब्लू इकोनॉमी’ के लिहाज से एक सकारात्मक विकास बताया है।


पाकिस्तान ने ट्रम्प को नोबेल के लिए किया नामित

इसी कड़ी में पाकिस्तान सरकार ने डोनाल्ड ट्रम्प को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए औपचारिक रूप से नामित किया है। पाकिस्तान का कहना है कि भारत-पाक युद्ध की आशंका के दौरान ट्रम्प की मध्यस्थता और कूटनीतिक पहल ने संकट को टाल दिया

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, ट्रम्प ने नई दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों से बातचीत कर संघर्ष विराम कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच संभावित युद्ध को टालने में मदद मिली।


BRICS को बताया भारत पर टैरिफ की एक वजह

व्हाइट हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब ट्रम्प से भारत के साथ व्यापार समझौते के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा:

“हम भारत से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन BRICS में उसकी भागीदारी और रूस से करीबी संबंध चिंता का विषय हैं। अमेरिका भारत के फैसलों का विश्लेषण कर रहा है और हम अपने हितों की रक्षा करेंगे।”

इससे स्पष्ट है कि अमेरिका भारत की बहुपक्षीय कूटनीति, विशेषकर BRICS और रूस से संबंधों को लेकर असहज महसूस कर रहा है।


भारत की प्रतिक्रिया: “हम राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेंगे”

भारत सरकार ने ट्रम्प की टैरिफ नीति और तेल डील पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार अमेरिकी फैसलों का अध्ययन कर रही है और देश के आर्थिक और रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगी। विदेश मंत्रालय ने संकेत दिए हैं कि भारत जल्द ही इस विषय पर उच्च स्तरीय बैठक करेगा और अमेरिका से बातचीत की प्रक्रिया तेज की जाएगी।


बदलते समीकरण और आगे की चुनौती

डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया बयानों और फैसलों ने भारत-अमेरिका और पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों में नई दिशाओं की संभावनाएं और चुनौतियां दोनों पेश की हैं। भारत के लिए यह समय कूटनीतिक संतुलन बनाए रखने और अपने व्यापारिक व रणनीतिक हितों की रक्षा करने का है।

आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अमेरिका-पाकिस्तान तेल डील वास्तव में जमीन पर उतरती है, और भारत किस तरह अमेरिकी टैरिफ का जवाब देता है। साथ ही, ट्रम्प का नोबेल नामांकन और BRICS को लेकर उनकी चिंता, अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नई बहस को जन्म दे सकती है।



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