August 1, 2025 3:22 AM

भारत-ब्रिटेन संबंधों की मिठास: पीएम मोदी ने स्टार्मर संग पी चाय, किंग चार्ल्स को भेंट किया पौधा,FTA पर हस्ताक्षर,

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भारत-ब्रिटेन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट: मोदी की किंग चार्ल्स से मुलाकात, आतंकवाद और व्यापार पर सख्त संदेश

लंदन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्रिटेन दौरे के दौरान कई अहम कूटनीतिक और व्यापारिक उपलब्धियों को अंजाम दिया। गुरुवार को उन्होंने ब्रिटेन के किंग चार्ल्स से सैंड्रिंघम हाउस में मुलाकात की और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत एक विशेष पौधा उन्हें भेंट किया, जिसे सर्दियों में लगाया जाएगा। यह प्रतीकात्मक उपहार पर्यावरण संरक्षण और मातृ वंदना दोनों का संदेश देता है।

खालिस्तानी गतिविधियों पर जताई चिंता

प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात के दौरान खालिस्तानी गतिविधियों और भारत विरोधी तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी चिंता जताई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “आजादी के नाम पर लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों को जवाबदेह ठहराना बेहद जरूरी है।” उनका यह बयान ब्रिटेन में बढ़ते खालिस्तान समर्थक अभियानों की पृष्ठभूमि में दिया गया, जिसने हाल के वर्षों में भारत की विदेश नीति के लिए चिंता पैदा की है।

आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता

मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और उनकी सरकार का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए।” उन्होंने इस अवसर पर ब्रिटेन से भारत के आर्थिक अपराधियों को वापस लाने में सहयोग करने का भी अनुरोध किया।

चाय, क्रिकेट और संवाद

राजनयिक चर्चाओं के बीच पीएम मोदी ने एक सौहार्दपूर्ण क्षण में प्रधानमंत्री स्टार्मर के साथ मसाला चाय का आनंद लिया और युवा क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ फोटो भी खिंचवाई। इस सौहार्द ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों की गर्माहट को दर्शाया।


भारत-ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर

सबसे बड़ी उपलब्धि भारत-ब्रिटेन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) रही, जिस पर तीन साल की बातचीत के बाद अब अंतिम रूप से गुरुवार को लंदन में हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री स्टार्मर की मौजूदगी में हुए इस ऐतिहासिक समझौते को दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में मील का पत्थर माना जा रहा है।

इस मौके पर आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “ऐतिहासिक उपलब्धि” बताया और कहा कि “ब्रेक्जिट के बाद यह ब्रिटेन का सबसे बड़ा व्यापारिक समझौता है।” उन्होंने यह भी कहा कि यूके में रह रहे भारतीय मूल के नागरिक भारत-ब्रिटेन संबंधों में “लिविंग ब्रिज” की भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कीर स्टार्मर को भारत यात्रा का आमंत्रण भी दिया।


क्या हैं FTA के प्रमुख लाभ?

  • भारत के निर्यात को राहत: समझौते के तहत भारत के 99% निर्यात पर आयात शुल्क या तो समाप्त कर दिया जाएगा या काफी हद तक कम किया जाएगा। इससे भारतीय वस्तुओं को ब्रिटिश बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धात्मक कीमत पर बेचा जा सकेगा।
  • ब्रिटेन के लिए अवसर: इस समझौते से ब्रिटेन को भारत में व्हिस्की, ऑटोमोबाइल्स और अन्य उत्पादों की बिक्री में आसानी होगी। भारत इन उत्पादों पर टैरिफ को 15% से घटाकर 3% तक लाने को तैयार है।
  • ट्रेड वॉल्यूम में बढ़ोतरी: अनुमान है कि इस समझौते से दोनों देशों के बीच वार्षिक व्यापार लगभग ₹3 लाख करोड़ तक बढ़ सकता है।

ब्रिटेन के लिए यह क्यों खास है?

ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन ने 70 से अधिक देशों के साथ व्यापार समझौते किए हैं, लेकिन भारत के साथ हुआ यह FTA अब तक का सबसे बड़ा है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के साथ हुआ समझौता भी इससे काफी छोटा था, जिसमें व्यापार केवल 3.1 अरब डॉलर तक बढ़ने का अनुमान था। भारत के साथ हुआ यह FTA 34 अरब डॉलर के संभावित व्यापार को छू सकता है।


भारत की रणनीति और विश्व मंच पर संदेश

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा केवल व्यापारिक समझौतों तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसमें भारत की वैश्विक भूमिका, सुरक्षा चिंताएं और कूटनीतिक कौशल भी परिलक्षित हुआ। खालिस्तानी तत्वों, आतंकवाद और आर्थिक अपराधियों पर उनके बयान वैश्विक समुदाय को स्पष्ट संदेश देते हैं कि भारत अब सख्त और स्पष्ट नीति के साथ अपने हितों की रक्षा कर रहा है।



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