राज्य स्तरीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या: आरोपी पिता से गोलियों की गहन पूछताछ
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में राज्य स्तरीय महिला टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की गोली मारकर हत्या किए जाने का मामला अब गंभीर मोड़ पर पहुंच चुका है। हत्या के आरोप में गिरफ्तार पिता दीपक यादव को पुलिस ने एक दिन की रिमांड पर लिया है, ताकि वारदात से जुड़ी सभी कड़ियों को जोड़ा जा सके। पुलिस की जांच का फोकस इस समय आरोपी के पास मौजूद लाइसेंसी रिवॉल्वर और उसमें इस्तेमाल हुई गोलियों पर है।
पुलिस जानना चाहती है – कितनी गोलियां थीं और कितनी बचीं?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राधिका की पीठ में चार गोलियां मारी गई थीं, जिन्हें पोस्टमार्टम के दौरान शरीर से निकाला गया। अब पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दीपक यादव के पास कुल कितनी अधिकृत गोलियां थीं और हत्या के बाद कितनी बची हुई हैं।
सूचना ये भी है कि कुछ कारतूसों को कासन गांव में छिपाया गया है। पुलिस अब वहां भी तलाशी अभियान चलाने की तैयारी कर रही है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा: चार गोलियों से हुई हत्या
राधिका का पोस्टमार्टम तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड द्वारा शुक्रवार को किया गया। इसमें डॉ. दीपक माथुर, डॉ. आशीष त्यागी और डॉ. ललित चोपड़ा शामिल थे। बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, राधिका की पीठ में चार गोलियां मारी गईं और सभी गोलियां शरीर से सफलतापूर्वक निकाल ली गईं।
हत्या के समय घर पर मौजूद थी मां
जांच में एक और महत्वपूर्ण तथ्य सामने आया है — वारदात के समय राधिका की मां भी घर में मौजूद थीं। बताया जा रहा है कि वह पहली मंजिल पर थीं, जबकि गोलीकांड ग्राउंड फ्लोर पर रसोई में हुआ। अब पुलिस मां को भी पूछताछ में शामिल करने जा रही है ताकि घटना के समय की स्थिति स्पष्ट की जा सके।
राधिका के चाचा ने दर्ज कराई FIR
पुलिस को यह मामला राधिका के चाचा कुलदीप यादव की शिकायत पर पता चला। कुलदीप ने बताया कि वह अपने बेटे के साथ घर पर थे, जब उन्होंने तेज धमाके की आवाज सुनी। जब वह पहली मंजिल पर पहुंचे तो देखा कि राधिका खून से लथपथ रसोई में पड़ी थी, और रिवॉल्वर ड्राइंग रूम में फर्श पर पड़ी हुई थी।
उन्होंने तुरंत राधिका को अपने बेटे की मदद से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अब हर पहलू से करेगी जांच
अब जब दीपक पुलिस रिमांड में है, तो पुलिस उससे यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि:
- रिवॉल्वर से कुल कितनी गोलियां चलीं?
- कितनी गोलियां अधिकृत रूप से उसके पास थीं?
- बची हुई गोलियां कहां हैं?
- राधिका की मां ने गोली चलने की आवाज क्यों नहीं सुनी या प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी?
इन सभी सवालों के जवाब मिलने के बाद ही पुलिस इस संवेदनशील हत्याकांड की सही तस्वीर साफ कर पाएगी।
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