ईरान-अमेरिका के बीच बढ़ी जुबानी जंग, परमाणु हमलों के बाद से तनाव चरम पर
ईरानी अधिकारी की ट्रंप को ड्रोन हमले की धमकी, ट्रंप बोले- मुझे धूप सेंकना पसंद नहीं
तेहरान/वॉशिंगटन। ईरान और अमेरिका के बीच चल रही पुरानी तनातनी एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। इस बार मामला सीधे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जान को लेकर दी गई धमकी से जुड़ा है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के पूर्व सलाहकार जवाद लारीजानी ने ईरानी टीवी पर एक बयान देते हुए कहा कि ट्रंप अब मार-ए-लागो के अपने घर में भी सुरक्षित नहीं हैं और वह एक दिन धूप सेंकते समय ड्रोन हमले का शिकार हो सकते हैं।
“पेट के बल लेटे होंगे, और ड्रोन हमला कर देगा”
लारीजानी ने टीवी इंटरव्यू में कहा, “डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसे अपराध किए हैं, जिनकी उन्हें कीमत चुकानी होगी। एक दिन जब वे अपने घर में धूप सेंक रहे होंगे, तब एक छोटा सा ड्रोन आकर उन्हें निशाना बना देगा। यह बहुत आसान है।” उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप को अब यह गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए कि वे अमेरिका की धरती पर पूरी तरह सुरक्षित हैं।

ट्रंप ने दिया हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब
इस धमकी के जवाब में ट्रंप ने इसे गंभीरता से लेने के बजाय हंसी में उड़ा दिया। उन्होंने कहा, “मैं तो धूप ही नहीं सेंकता। मुझे याद नहीं आखिरी बार कब मैंने ऐसा किया था… शायद सात साल की उम्र में किया हो। अब उसमें मेरी कोई रुचि नहीं है।” ट्रंप के इस बयान को राजनीतिक जानकार उनकी रणनीतिक ‘नो रिएक्शन पॉलिसी’ का हिस्सा मान रहे हैं।

ईरान-अमेरिका तनाव की पृष्ठभूमि
हाल के सप्ताहों में ईरान और अमेरिका के रिश्ते लगातार बिगड़े हैं। इसका मुख्य कारण बना है ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमले और अमेरिका का इस्राइल को खुला समर्थन।
- 13 जून को इस्राइल ने ईरान पर अचानक हवाई हमले किए थे, जिसमें ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
- इन हमलों में करीब 900 ईरानी नागरिकों की मौत होने की खबरें हैं, हालांकि ईरानी सरकार ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।
- अमेरिका ने इन हमलों का सीधा समर्थन किया, जिससे ईरान के सत्ता प्रतिष्ठान में नाराज़गी और अधिक बढ़ गई।
खामेनेई की गैरमौजूदगी बनी चर्चा का विषय
हमलों के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई कई दिनों तक सार्वजनिक मंच से दूर रहे। इस दौरान उनकी स्वास्थ्य को लेकर अटकलें भी लगाई जा रही थीं। हालांकि, बीते शनिवार को वे तेहरान में एक धार्मिक कार्यक्रम में नजर आए, जिससे इन अफवाहों पर विराम लगा।
ईरान का परमाणु कार्यक्रम: छद्म युद्ध से खुले टकराव की ओर
ईरान और इस्राइल के बीच दशकों पुराना छद्म युद्ध अब धीरे-धीरे खुले सैन्य टकराव में बदलता दिख रहा है। इस्राइल का आरोप है कि ईरान गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार बना रहा है, जबकि ईरान लगातार इनकार करता रहा है। अमेरिका की इस्राइल को दी जा रही रणनीतिक और सैन्य सहायता ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।

आने वाले दिन और तनावपूर्ण
डोनाल्ड ट्रंप को दी गई धमकी महज बयानबाज़ी नहीं मानी जा रही है। ईरान और अमेरिका के बीच वर्तमान हालात और ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां इसे गंभीरता से ले रही हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि तनाव यूं ही बढ़ता रहा तो सीधा सैन्य संघर्ष भी संभव है।
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