जल गंगा संवर्धन अभियान का भव्य समापन, प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
मध्यप्रदेश में सिंचाई रकबा होगा 100 लाख हेक्टेयर: मुख्यमंत्री मोहन यादव
भोपाल, 30 जून (हि.स.)। मध्यप्रदेश में जल संरक्षण और सिंचाई के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को खंडवा में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन समारोह में कहा कि आगामी वर्षों में राज्य का सिंचाई रकबा 55 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 100 लाख हेक्टेयर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जल संवर्धन को जन-आंदोलन का रूप देने के लिए प्रदेशवासियों को धन्यवाद दिया।

LIVE: मंडी प्रांगण, खंडवा में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान समापन समारोह एवं वॉटरशेड सम्मेलन#जल_गंगा_संवर्धन_अभियान_MP
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 30, 2025
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प्रधानमंत्री मोदी ने जताई प्रसन्नता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल गंगा संवर्धन अभियान की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए अपने संदेश में इसे जनभागीदारी से संचालित ऐतिहासिक प्रयास बताया। उन्होंने जलदूतों, स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और किसानों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि मध्यप्रदेश के लोगों ने समर्पण और आस्था से जल संरक्षण को राष्ट्रीय चेतना में बदला है।
प्रधानमंत्री के संदेश का वाचन पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने समारोह में किया। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत में जल की पूजा की परंपरा आदिकाल से रही है और मध्यप्रदेश ने इस सांस्कृतिक परंपरा को आधुनिक संदर्भों में जीवंत किया है।

90 दिन चला अभियान, बना राष्ट्रीय आदर्श
गुड़ी पड़वा (30 मार्च) से शुरू होकर 30 जून तक चले इस 90 दिवसीय अभियान में प्रदेशभर में जल स्रोतों के संरक्षण, पुनर्निर्माण और विस्तार के कार्य हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि:
- 2.39 लाख जलदूतों ने इस अभियान में सक्रिय योगदान दिया।
- 38 हजार खेत तालाब और 1 लाख से अधिक कुएं रिचार्ज किए गए।
- अकेले खंडवा जिले में 254 करोड़ रुपये की लागत से सबसे अधिक कार्य किए गए, जिससे उसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान मिला।
1568 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन
समारोह में मुख्यमंत्री ने कुल ₹1568 करोड़ के 57,207 कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया, जिनमें शामिल हैं:
- ₹578 करोड़ की लागत से पंचायतों में हुए कार्य
- 888 जल संरक्षण संरचनाएं
- खंडवा की जावर माइक्रो सिंचाई परियोजना सहित चार सिंचाई परियोजनाएं
- जीर्णोद्धार की गई 74 जल संरचनाएं
तीन बड़ी नदी जोड़ो परियोजनाओं का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश को केन-बेतवा लिंक, पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक (PKC) और तापी मेगा रिचार्ज परियोजना जैसे तीन प्रमुख राष्ट्रीय नदी जोड़ो प्रोजेक्ट्स की सौगात दी है। ये परियोजनाएं प्रदेश के बुंदेलखंड, मालवा और निमाड़ क्षेत्रों के लिए क्रांतिकारी साबित होंगी।
नालों और नदियों की सफाई पर जोर
- 57 नदियों से मिलने वाले 140 बड़े नालों को चिह्नित किया गया है।
- 36 जिलों में 91 वाटरशेड परियोजनाएं और
- 9000 नई जल संरचनाएं तैयार की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन जल प्रयासों के कारण निमाड़ के अधिकतम तापमान में 4 डिग्री तक कमी दर्ज की गई है।
‘एक बगिया मां के नाम’ अभियान का शुभारंभ
जल संरक्षण के नए चरण में सरकार ने “एक बगिया मां के नाम” अभियान शुरू किया है, जिसमें:
- 30 जून से 15 अगस्त तक शासकीय भूमि पर
- 15 अगस्त से 15 सितंबर तक निजी भूमि पर पौधरोपण किया जाएगा।
- 30 हजार महिलाओं को एक-एक एकड़ भूमि पर फलदार बाग विकसित करने के लिए ₹3 लाख की सहायता दी जाएगी।
- यह योजना 900 करोड़ रुपये की लागत से आगामी 3 वर्षों में 30 हजार एकड़ में बागवानी विकसित करेगी।
फलोद्यान को प्रोत्साहित करने के लिए 'एक बगिया मां के नाम' योजना बनाई गई है।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 30, 2025
आपके बगीचे के लिए राज्य सरकार सभी प्रकार का सहयोग करेगी…#जल_गंगा_संवर्धन_अभियान_MP pic.twitter.com/VNzF8iiBJr
मोदी को बताया आधुनिक युग का ‘भागीरथ’
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आधुनिक युग का भागीरथ बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में जल संरक्षण सिर्फ योजना नहीं, जन चेतना बन चुका है। जल गंगा संवर्धन अभियान अब नई संरचनाओं, पौधरोपण और खेती में जल-संवेदनशीलता के साथ निरंतर जारी रहेगा।
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