July 4, 2025 3:14 AM

लोकतंत्र सेनानी सम्मेलन में मुख्यमंत्री मोहन यादव का तीखा प्रहार: कांग्रेस को बताया संविधान की हत्यारी, सेनानियों को दी विशेष सुविधाओं की सौगात

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भोपाल। मुख्यमंत्री निवास पर गुरुवार, 26 जून को आयोजित लोकतंत्र सेनानी प्रादेशिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मीसाबंदियों को लोकतंत्र की रक्षा के असली सिपाही बताते हुए उन्हें सम्मानित किया। इस दौरान पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, थावरचंद गेहलोत सहित अनेक लोकतंत्र सेनानियों की उपस्थिति रही। मुख्यमंत्री ने जहां सेनानियों के योगदान की सराहना की, वहीं कांग्रेस और गांधी परिवार पर तीखे प्रहार करते हुए उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा बताया।


लोकतंत्र सेनानियों का योगदान सर्वोपरि

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संबोधन में कहा, “भारत जब आज़ाद हुआ, तो कई देश साथ-साथ आज़ाद हुए थे, लेकिन उनमें से बहुत से देश आज लोकतंत्र नहीं बचा पाए। भारत का संविधान आज सुरक्षित है तो उसका सबसे बड़ा श्रेय उन मीसाबंदियों को है जिन्होंने आपातकाल के समय संविधान की रक्षा के लिए अपनी आज़ादी तक न्योछावर कर दी।”


गांधी परिवार पर सियासी हमला

डॉ. यादव ने आपातकाल और कांग्रेस की राजनीति को निशाने पर लेते हुए कहा, “1975 से गांधी परिवार की सत्ता लालसा की पराकाष्ठा देखी गई। इंदिरा गांधी ने जब देश में आपातकाल थोपा, तब लोकतंत्र का गला घोंटा गया। जब यह परिवार दोबारा सत्ता में लौटा तो बिना कारण 90 से ज्यादा चुनी हुई सरकारें बर्खास्त कर दी गईं। मध्यप्रदेश में सुंदरलाल पटवा की सरकार भी इसी मानसिकता का शिकार हुई।”

मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए कहा, “लोकसभा में प्रधानमंत्री की कैबिनेट द्वारा लाए गए विधेयक को फाड़कर फेंक देना लोकतंत्र का अपमान है। अटल बिहारी वाजपेयी ने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका को गरिमा दी, जबकि राहुल गांधी ने इस पद की मर्यादा रसातल में पहुंचा दी।”


सेना और ऑपरेशन सिंदूर पर बयान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हालिया ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहा, “देश के लिए बलिदान देने वाली सेना को नेता प्रतिपक्ष द्वारा ‘सरेंडर’ कहना बेहद निंदनीय है। जो शब्द पाकिस्तान के प्रधानमंत्री या सेनाध्यक्ष तक नहीं बोल पाए, वो बात देश के नेता प्रतिपक्ष ने कह दी। यह सेना पर कलंक लगाने के समान है।”


लोकतंत्र की परंपराओं का उल्लेख

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे शास्त्रों और इतिहास में लोकतंत्र की जड़ें गहरी रही हैं। भगवान कृष्ण ने अपने पुत्र को गद्दी नहीं दी, सम्राट विक्रमादित्य ने भी नहीं दी। यह परंपरा दर्शाती है कि भारत में सत्ता परिवार की जागीर नहीं बल्कि जनादेश से संचालित होती है।”


मीसाबंदियों के लिए विशेष योजनाएं

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि

  • 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी मीसाबंदियों को आयुष्मान कार्ड दिए जाएंगे
  • दिल्ली-मुंबई जैसे स्थानों पर रेफर होने की स्थिति में एयर एंबुलेंस की सुविधा दी जाएगी
  • शासन की सभी योजनाओं में लोकतंत्र सेनानियों को प्राथमिकता दी जाएगी
  • वर्ष 2025 को रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिवारों की जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी

कांग्रेस को बताया संविधान की हत्यारी

मुख्यमंत्री ने कहा, “कांग्रेस जिस संविधान की बात करती है, उसी की सबसे बड़ी हत्यारी रही है। डॉ. भीमराव अंबेडकर को न केवल चुनाव हरवाया गया बल्कि दिल्ली में अंतिम संस्कार के लिए भी स्थान नहीं दिया गया। कांग्रेस ने उन्हें जीते जी अपमानित किया। भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जो सच्चे अर्थों में लोकतंत्र की रक्षा कर रही है।”


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