- SDRF का 40 किमी तक सर्च ऑपरेशन जारी, चारधाम यात्रा पर निकले थे राजस्थान-मध्यप्रदेश के श्रद्धालु
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान रुद्रप्रयाग जिले में दर्दनाक हादसा हो गया। घोलतीर के पास बद्रीनाथ हाईवे पर एक मिनी ट्रैवलर ट्रक की टक्कर के बाद अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में जा गिरी। ट्रैवलर में 20 लोग सवार थे, जिनमें से 3 की मौत हो गई, 8 को जीवित बचा लिया गया, जबकि 9 लोग अब भी लापता हैं। बचाव कार्य में लगे दल 40 किलोमीटर के दायरे में लापता यात्रियों की तलाश कर रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
ड्राइवर सुमित, जो हरिद्वार के रहने वाले हैं, ने बताया कि वह केदारनाथ से दर्शन करा कर यात्रियों को बद्रीनाथ ले जा रहे थे। जैसे ही वे घोलतीर पहुंचे, पीछे से तेज़ रफ्तार ट्रक ने उनकी ट्रैवलर को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रैवलर उछलकर सीधे अलकनंदा नदी में जा गिरी।
मृतकों की पहचान शेष, सभी यात्री चार राज्यों से
ट्रैवलर में सवार यात्री राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से थे। प्रशासन ने सभी 20 यात्रियों की सूची तो जारी कर दी है, लेकिन मृतकों की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है।

SDRF-NDRF की टीमें जुटीं तलाश में
घटना के बाद SDRF, NDRF और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। नदी के तेज बहाव को देखते हुए बचाव दल ने श्रीनगर गढ़वाल तक 40 किमी तक सर्च ऑपरेशन फैलाया है। यह आशंका जताई जा रही है कि बहाव के कारण कुछ यात्री काफी दूर तक बह गए होंगे। SDRF के अधिकारी श्रीनगर डैम के पास भी सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन के सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि अब तक 8 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि 3 शव बरामद हुए हैं। लापता लोगों की खोज युद्धस्तर पर जारी है।
CM धामी लगातार निगरानी में, दुख जताया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि प्रशासन और बचाव एजेंसियां लगातार राहत कार्यों में लगी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा— “रुद्रप्रयाग में एक टेंपो ट्रैवलर के नदी में गिरने की खबर अत्यंत दुःखद है। SDRF सहित अन्य राहत टीमें तेजी से काम कर रही हैं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।”

यात्रियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
चारधाम यात्रा के दौरान यह कोई पहला हादसा नहीं है। हर साल तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठते हैं। हादसे की वजह ट्रक की लापरवाही मानी जा रही है, लेकिन पहाड़ी मार्गों पर ओवरलोडिंग, तेज़ रफ्तार और खराब सड़कें भी बराबर की जिम्मेदार हैं। प्रशासन ने कहा है कि घायलों का इलाज रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है। लापता यात्रियों की तलाश के लिए विशेष ड्रोन और राफ्ट की मदद भी ली जा रही है।