July 4, 2025 3:26 PM

काशी में केंद्रीय गृहमंत्री शाह की अध्यक्षता में सेंट्रल जोनल काउंसिल की अहम बैठक शुरू

central-zonal-council-meeting-varanasi-amit-shah-mp-up-cm

मध्यप्रदेश समेत चार राज्यों के मुख्यमंत्री और 120 अधिकारी शामिल, सुरक्षा-विकास से लेकर रोहिंग्या घुसपैठ तक गहन चर्चा

वाराणसी। काशी के ताज होटल में मंगलवार को 25वीं सेंट्रल जोनल काउंसिल की बैठक का आगाज़ हुआ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हो रही इस महत्वपूर्ण बैठक में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री शामिल हुए हैं। इनके साथ राज्यों के 120 वरिष्ठ प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारी भी मौजूद हैं।

बैठक में चार राज्यों से जुड़े आपसी और साझा मुद्दों पर व्यापक मंथन जारी है। जिनमें सुरक्षा, अंतरराज्यीय सीमा विवाद, रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठ, भारत-नेपाल सीमा पर संदिग्ध गतिविधियां, पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध, महिला सुरक्षा, और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे मुद्दे शामिल हैं।

इसके साथ ही सड़क, परिवहन, बिजली, जल आपूर्ति, वनों का प्रबंधन, पर्यावरणीय संरक्षण, धार्मिक पर्यटन, खनन और कृषि जैसे विकास से जुड़े विषयों पर भी विचार किया जा रहा है। खास फोकस हिमालयी नदियों को जोड़ने की संभावनाओं और राज्यों के बीच जल बंटवारे पर भी रहेगा।

अमित शाह की मौजूदगी में गहन विमर्श

गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को शाम 5:40 बजे वाराणसी पहुंचे थे, जहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इसके बाद शाह योगी के साथ काल भैरव मंदिर पहुंचे और पूजा की। इसी दौरान एक पंडित ने गृहमंत्री की नज़र उतारी, जिसे देख मुख्यमंत्री योगी मुस्कुराते रहे और पंडित को इशारे से रोकते भी नज़र आए।

शाम को होटल ताज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अतिथियों के लिए रात्रिभोज आयोजित किया, जिसमें उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, मध्यप्रदेश के मोहन यादव और छत्तीसगढ़ के विष्णुदेव साय मौजूद रहे।

मुख्यमंत्रियों के दर्शन-पूजन

बैठक से पहले सभी मुख्यमंत्री धार्मिक भावनाओं में डूबे नज़र आए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पंचामृत से अभिषेक किया और संकट मोचन मंदिर में हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी बाबा विश्वनाथ और काल भैरव के दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख-शांति की कामना की।

इस बैठक को न केवल चारों राज्यों के आपसी समन्वय के लिहाज़ से अहम माना जा रहा है, बल्कि इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय विकास की दिशा में साझा रणनीति तय करने का अवसर भी माना जा रहा है। काउंसिल की सिफारिशें आने वाले समय में केंद्र और राज्य सरकारों के फैसलों की दिशा तय कर सकती हैं।


Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram