July 4, 2025 10:52 PM

ईरान का बड़ा हमला: अमेरिका के कतर स्थित अल-उदीद एयरबेस पर दागीं 6 मिसाइलें, मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर

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दोहा/तेहरान। ईरान ने अमेरिका पर अपने परमाणु ठिकानों पर हमलों का बदला लेते हुए खाड़ी क्षेत्र में बड़ा सैन्य कदम उठाया है। सोमवार देर रात कतर स्थित अमेरिका के सबसे बड़े एयरबेस ‘अल-उदीद’ पर 6 मिसाइलें दागी गईं। यह हमला उस समय हुआ जब पहले से ही ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अपने चरम पर है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कतर की राजधानी दोहा में जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, कतर सरकार और उसके रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी मिसाइलों को हवा में ही इंटरसेप्ट कर लिया, और किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।


अल-उदीद एयरबेस क्यों है अहम?

अल-उदीद एयरबेस मिडिल ईस्ट में अमेरिका का सबसे बड़ा और रणनीतिक सैन्य अड्डा है, जहां 8,000 से अधिक अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। यह अड्डा खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अभियानों के लिए एक कमांड सेंटर के रूप में काम करता है।

  • यहां से ही अमेरिका ईरान, इराक, सीरिया और अफगानिस्तान में ड्रोन मिशन और एयर स्ट्राइक्स संचालित करता है।
  • यही वजह है कि ईरान ने प्रतिशोध के लिए इसी एयरबेस को निशाना बनाया।

ईरान का दावा: हमले चेतावनी मात्र हैं

ईरान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह हमला अमेरिका को एक “साफ और सीमित चेतावनी” देने के मकसद से किया गया है

  • तेहरान ने यह भी कहा कि अगर अमेरिका ने फिर कोई उकसाने वाली कार्रवाई की, तो तेहरान अपने जवाबी हमले और तेज करेगा।
  • ईरान ने हमले से कुछ समय पहले ही क्षेत्रीय देशों को चेतावनी भी भेजी थी, कि वे अपने एयरस्पेस को सावधानी से नियंत्रित करें।

कतर का जवाब: ईरान को दी चेतावनी

कतर ने हमले के तुरंत बाद अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

  • कतर के रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा, “हमारे एयर डिफेंस ने दुश्मन मिसाइलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।”
  • इसके साथ ही कतर ने ईरान को सख्त शब्दों में चेतावनी दी है कि ऐसी कोई भी दोहराई गई कार्रवाई सीधे युद्ध की ओर ले जा सकती है।

इराक और सीरिया में भी हमले

ईरान की ओर से यह हमला केवल कतर तक सीमित नहीं रहा।

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, 10 मिसाइलें कतर के अल-उदीद एयरबेस की ओर और एक मिसाइल इराक में अमेरिकी ठिकानों की ओर दागी गई।
  • सीरिया के हसाका प्रांत में एक अमेरिकी सैन्य अड्डे पर भी इसी दिन हमले की खबर सामने आई है। इससे स्पष्ट है कि ईरान मल्टी-फ्रंट जवाबी रणनीति पर काम कर रहा है।

क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव

इस हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव एक नए और खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है।

  • तेल की कीमतें तुरंत बढ़कर 81 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई हैं।
  • अंतरराष्ट्रीय उड्डयन कंपनियों ने कतर और फारस की खाड़ी के ऊपर से अपनी उड़ानों को अस्थायी रूप से मोड़ना शुरू कर दिया है।
  • संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने स्थिति पर चिंता जताई है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।

भारत पर संभावित असर

भारत, जो अपनी तेल जरूरतों का अधिकांश हिस्सा खाड़ी देशों से पूरा करता है, इस बढ़ते तनाव से सीधे प्रभावित हो सकता है।

  • अगर हालात और बिगड़ते हैं, तो कच्चे तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है, जिससे पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ सकते हैं।
  • भारत सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन विदेश मंत्रालय स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

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