July 4, 2025 2:13 PM

मानसून की रफ्तार: भोपाल समेत पूरे मध्यप्रदेश में झमाझम, 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

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भोपाल।
रविवार सुबह से भोपाल सहित मध्यप्रदेश के कई जिलों में मानसूनी बारिश ने दस्तक दे दी है। राजधानी में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। बादल छाए हुए हैं और मौसम पूरी तरह भीगा-भीगा नजर आ रहा है। ग्वालियर, नर्मदापुरम, रीवा, सागर से लेकर इंदौर, जबलपुर और उज्जैन तक मानसून सक्रिय है। मौसम विभाग ने राज्य के 17 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी और पन्ना जिलों में अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है। भिंड, दतिया, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, सतना, रीवा और मऊगंज में भी भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।

भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी तेज़ हवाओं के साथ बारिश जारी रहेगी। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में बारिश दर्ज की गई है, जिसमें टीकमगढ़ में सर्वाधिक 8.6 इंच, सतना में 3.1 इंच, दमोह में 2.5, सीधी में 2.1, रतलाम में 1.5, गुना में 1.1 और जबलपुर में 1 इंच से अधिक वर्षा हुई है।

मानसून की चाल बनी तेज, 5 दिन में पूरा प्रदेश कवर

इस साल मानसून देश में आठ दिन पहले ही पहुंच गया था और महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में तय समय से पहले सक्रिय हो गया था। हालांकि, मध्यप्रदेश में इसकी एंट्री तय तारीख 15 जून से एक दिन बाद 16 जून को हुई। लेकिन एंट्री के बाद मानसून ने बेहद तेज़ी दिखाई और सिर्फ पांच दिनों में प्रदेश के सभी 55 जिलों को अपनी चपेट में ले लिया।

13-14 जून को मानसून ने बढ़त ली और 17 जून तक उसने भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों को भी कवर कर लिया। शुक्रवार को भिंड और मऊगंज जैसे शेष बचे दो जिलों में भी मानसून सक्रिय हो गया।

लो प्रेशर और टर्फ सिस्टम बना बारिश का कारण

प्रदेश में हो रही इस व्यापक बारिश के पीछे दो बड़े मौसमीय कारण हैं। पहला – एक मजबूत लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) जो मध्यप्रदेश के ऊपर सक्रिय है, और दूसरा – पश्चिमी हिस्से से गुजर रहा टर्फ लाइन सिस्टम। इसके साथ ही एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार और कुछ जगहों पर मध्यम से हल्की बारिश हो रही है।

इन तीनों सिस्टमों के एक साथ सक्रिय होने के कारण आने वाले 2-3 दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश होने की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और नदी-नालों के आसपास जाने से बचने की सलाह दी है।

किसानों और आम जनता के लिए राहत

मध्यप्रदेश में इस बार समय पर और व्यापक मानसून से किसानों को बड़ी राहत मिली है। खेतों में बोवनी का कार्य समय पर शुरू हो सकेगा। वहीं, गर्मी से झुलस रही आम जनता के लिए यह मानसून सुकून लेकर आया है। हालांकि, प्रशासन को सतर्क रहकर संभावित बाढ़ और जलभराव की स्थिति से निपटने की तैयारियां करनी होंगी।




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