July 5, 2025 2:39 AM

योग ने दुनिया को जोड़ा, शांति का रास्ता दिखाया: प्रधानमंत्री मोदी विशाखापट्टनम में बोले— “योग इंसानियत के लिए पॉज बटन जैसा”

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11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 3 लाख लोगों और 40 देशों के प्रतिनिधियों के साथ योग, आंध्र प्रदेश बना गिनीज रिकॉर्डधारी राज्य

विशाखापट्टनम।
शनिवार, 21 जून को पूरी दुनिया में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम पहुंचे, जहां 3 लाख से अधिक लोगों और 40 देशों के राजनयिकों के साथ उन्होंने सामूहिक योगाभ्यास किया। साथ ही, आंध्र प्रदेश सरकार ने इस मौके पर एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना डाला।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऐतिहासिक आयोजन में योग को “शांति, संतुलन और आत्मिक जागृति का साधन” बताते हुए कहा कि —

“आज योग पूरी दुनिया को जोड़ रहा है। योग केवल शरीर नहीं, आत्मा को भी साधता है। यह इंसानियत के लिए पॉज बटन जैसा है— एक क्षण रुकने, सोचने, संतुलन बनाने और भीतर झांकने का अवसर देता है।”

11वें योग दिवस की थीम: “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”

इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम “One Earth, One Health” यानी एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य रही, जो वैश्विक समरसता, स्वास्थ्य और सहयोग की भावना को रेखांकित करती है।

PM मोदी के साथ मंच पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी उपस्थित रहे। योग कार्यक्रम ने ‘योग आंध्र अभियान’ को नई दिशा दी, जिसका उद्देश्य 10 लाख लोगों की दैनिक योग करने वाली कम्युनिटी बनाना है।


🧘‍♂️ पीएम मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें:

1️⃣ योग अब जीवन का हिस्सा है

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज योग दुनियाभर में करोड़ों लोगों की दिनचर्या में शामिल हो चुका है।

“मुझे गर्व है कि दिव्यांगजन ब्रेल में योगशास्त्र पढ़ते हैं, वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं, और गांव-गांव के युवा योग ओलंपियाड में भाग लेते हैं।”

2️⃣ योग – सभी के लिए, सब जगह

मोदी ने कहा—

“आज नेवी के जहाजों से लेकर ओपेरा हाउस की सीढ़ियों, एवरेस्ट की चोटियों और समुद्र की लहरों तक, हर जगह योग हो रहा है। यह दर्शाता है कि योग सार्वभौमिक है— सभी के लिए, सभी जगह।”

3️⃣ योग है तनाव से मुक्ति का मार्ग

उन्होंने कहा कि अशांति, तनाव और अस्थिरता के दौर में योग एक समाधान है।

“यह इंसानियत के लिए एक पॉज बटन जैसा है— जो हमें ठहरने, सोचने और संतुलन बनाने की क्षमता देता है।”

4️⃣ ‘मी टू वी’ का भाव भारत की आत्मा

प्रधानमंत्री ने योग को व्यक्तिगत अभ्यास के बजाय वैश्विक सहभागिता का माध्यम बताया।

“जब लक्ष्य को समाज थाम लेता है, तो सफलता निश्चित होती है। ‘मी टू वी’ यानी स्वयं से समष्टि की ओर बढ़ना भारत की आत्मा है।”

5️⃣ योग और विज्ञान का संगम

PM मोदी ने बताया कि भारत योग के क्षेत्र में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित कर रहा है।

“AIIMS दिल्ली जैसे संस्थान प्रमाण आधारित योग थेरेपी पर रिसर्च कर रहे हैं। ‘Heal in India’ के मंत्र के तहत भारत अब मेडिकल वेलनेस का गंतव्य बन रहा है।”


🌍 दुनियाभर में 2,000 से ज्यादा योग कार्यक्रम

इंडियन काउंसिल फॉर कल्चर रिलेशन्स (ICCR) के अनुसार, 191 देशों में 1,300 स्थलों पर 2,000 से अधिक योग कार्यक्रम आयोजित हुए। यह दर्शाता है कि भारत की आध्यात्मिक विरासत अब वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साथ वैश्विक संस्कृति में रच-बस रही है।


🏆 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड और 50 लाख योग प्रमाणपत्र

आंध्र प्रदेश सरकार ने इस योग उत्सव के दौरान गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। ‘योग आंध्र’ अभियान के अंतर्गत 50 लाख योग प्रमाणपत्र वितरित किए गए। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि

“योग के माध्यम से हम आंध्र को योगिक राज्य बनाएंगे और स्वास्थ्य की दृष्टि से आत्मनिर्भर समाज गढ़ेंगे।”


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