July 4, 2025 10:53 AM

एअर इंडिया क्रैश: ब्लैक बॉक्स जांच के लिए अमेरिका भेजा जाएगा, विमान सुरक्षा के मद्देनज़र अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कटौती

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अहमदाबाद। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के भीषण हादसे के बाद जांच की प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है। 270 लोगों की मौत वाले इस हादसे को भारत के एविएशन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में गिना जा रहा है। अब हादसे की सच्चाई और तकनीकी कारणों की तह तक पहुंचने के लिए ब्लैक बॉक्स को अमेरिका भेजने का निर्णय लिया गया है।

इस दुर्घटना में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरते ही क्रैश हो गया था। हादसे के एक दिन बाद ही विमान का ब्लैक बॉक्स मलबे से बरामद कर लिया गया था, लेकिन उसमें आग और अत्यधिक गर्मी के कारण गंभीर क्षति हुई है। इस वजह से ब्लैक बॉक्स से डेटा निकालना भारत में संभव नहीं हो पाया।


🔍 ब्लैक बॉक्स क्यों भेजा जा रहा है अमेरिका?

एयरक्राफ्ट ब्लैक बॉक्स के दो प्रमुख हिस्से होते हैं:

  • कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) – जो पायलट और क्रू के बीच बातचीत को रिकॉर्ड करता है
  • फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) – जो विमान की तकनीकी गतिविधियों और उड़ान से जुड़े सभी डेटा को दर्ज करता है

दुर्भाग्य से, इस हादसे में दोनों उपकरण हीट और फायर डैमेज के शिकार हो गए। भारत में ऐसा कोई उच्च तकनीक वाला सेंटर नहीं है, जहां इतनी क्षतिग्रस्त रिकॉर्डिंग से डेटा निकाला जा सके। इसलिए इन्हें अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की विशेष लैब में भेजा जाएगा।

भारत सरकार की निगरानी में सरकारी अफसरों का एक प्रतिनिधिमंडल भी इन रिकॉर्डर्स के साथ अमेरिका जाएगा ताकि सुरक्षा, गोपनीयता और पारदर्शिता बनी रहे।


ब्लैक बॉक्स को “ब्लैक” क्यों कहते हैं?

इसका नाम लेकर हमेशा भ्रम बना रहता है। विशेषज्ञों के अनुसार:

  • पहले ब्लैक बॉक्स का आंतरिक भाग काला होता था, इसीलिए इसे ‘ब्लैक बॉक्स’ कहा गया।
  • दूसरी मान्यता यह है कि हादसे के बाद जलकर इसका रंग काला हो जाता है, इसलिए इसे यह नाम मिला।

असल में, आधुनिक ब्लैक बॉक्स को ऑरेंज रंग में बनाया जाता है ताकि वह मलबे में आसानी से दिखाई दे।


🧬 DNA टेस्ट से 211 शवों की पहचान, 189 परिवारों को सौंपे गए

गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल के अनुसार, अब तक हादसे में मारे गए 211 लोगों की पहचान DNA परीक्षण से हो चुकी है। इनमें से 189 शव पीड़ित परिवारों को सौंपे जा चुके हैं

सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि सौंपे गए शवों में:

  • 131 भारतीय नागरिक
  • 30 ब्रिटिश
  • 4 पुर्तगाली
  • 1 कनाडाई
  • 6 गैर-यात्री (जैसे चालक दल व अन्य स्टाफ) शामिल हैं।

दुर्घटना में घायल 71 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से अब केवल 7 का इलाज चल रहा है, शेष को छुट्टी दे दी गई है।


🛫 एअर इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15% कटौती की घोषणा की

हादसे के बाद एअर इंडिया ने सुरक्षा समीक्षा की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह 20 जून से जुलाई मध्य तक अपनी अंतरराष्ट्रीय वाइडबॉडी उड़ानों में 15% की कटौती करेगी।

इसका उद्देश्य है:

  • विमानों की सुरक्षा जांच
  • तकनीकी निरीक्षण
  • आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए रिजर्व एयरक्राफ्ट की उपलब्धता सुनिश्चित करना

कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन यात्रियों की फ्लाइट्स रद्द होंगी, उन्हें या तो वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित किया जाएगा या पूरा रिफंड दिया जाएगा


🔚 जांच रिपोर्ट से तय होगी जवाबदेही

अब सबकी निगाहें अमेरिका में होने वाली ब्लैक बॉक्स जांच पर टिकी हैं। यदि इसमें कोई तकनीकी गड़बड़ी या लापरवाही सामने आती है, तो इससे विमान निर्माता, एयरलाइन और एविएशन रेगुलेटरी तंत्र सभी की जवाबदेही तय हो सकती है। यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी दुर्घटना नहीं, बल्कि सैकड़ों परिवारों की पीड़ा से जुड़ा एक गहरा सवाल बन चुका है।


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